महाराष्ट्र: नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर कहा, महाराष्ट्र लौटने का सवाल ही नहीं उठता
By विनीत कुमार | Published: November 7, 2019 12:42 PM2019-11-07T12:42:52+5:302019-11-07T12:42:52+5:30
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और शिवसेना में गतिरोध बरकरार है। इस बीच हाल में एक शिवसेना नेता का बयान भी आया था कि अगर नितिन गडकरी को बात के लिए बुलाया जाता है तो सबकुछ दो घंटे में ठीक हो जाएगा।
नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर अटकलों के बीच कहा है कि देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में ही नई सरकार बनाई जानी चाहिए। गडकरी ने साथ ही इस बात का भरोसा दिलाया कि जल्द ही महाराष्ट्र में नई सरकार बन जाएगी। केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री ने इस बात की संभावना से भी इंकार किया कि वे महाराष्ट्र की राजनीति में वापस लौट रहे हैं।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी-शिवसेना के बीच जारी गतिरोध के बीच गडकरी नागपुर पहुंचे हैं। यहीं पत्रकारों के सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा, 'फैसला जल्द हो जाएगा। महाराष्ट्र में सरकार देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में बनना चाहिए। आरएसएस और मोहन भागवत का इससे कोई कनेक्शन नहीं है।'
गडकरी ने भरोसा जताया कि बीजेपी को शिवसेना का समर्थन हासिल हो जाएगा। गडकरी ने कहा, 'हमारी उनके साथ बातचीत जारी है।'
'महाराष्ट्र लौटने का सवाल नहीं'
नितिन गडकरी ने खुद के महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बनाये जाने को लेकर जारी बातों को भी अटकलबाजी करार दिया। नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में लौटने का सवाल ही नहीं उठता। बकौल गडकरी, 'मैं दिल्ली में हूं। महाराष्ट्र की राजनीति में आने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।'
बता दें कि 24 अक्टूबर को आये चुनाव के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिलीं जो 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 145 से कहीं अधिक है। बीजेपी को 105 सीटें, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं।
गौरतलब है कि हाल में शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा कि उन्होंने सरकार बनने को लेकर जारी गतिरोध पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी है। किशोर तिवारी ने कहा, 'मैंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को इसमें पहल के लिए चिट्ठी लिखी है और नितिन गडकरी को बातचीत के लिए भेजने को कहा है। नितिन गडकरी केवल दो घंटे में स्थिति का हल निकालने में सफल होंगे।'