निर्भया को इंसाफ: निर्भया के पिता ने कहा- मैं कोर्ट के इस निर्णय से बहुत खुश, मां बोलीं- बेटी को मिल गया इंसाफ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 7, 2020 06:37 PM2020-01-07T18:37:47+5:302020-01-07T18:38:32+5:30
निर्भया के आरोपियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी लगाई जाएगी। इस संबंध में निर्भया के माता-पिता ने कोर्ट के फैलसे का स्वागत किया।
दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 को एक चलती बस में निर्भया ( बदला हुआ नाम) के साथ सामूहिक गैंगरेप हुआ था, जिसके दोषियों को मंगलवार (7 जनवरी) को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। निर्भया के आरोपियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी लगाई जाएगी। इस संबंध में निर्भया के माता-पिता ने कोर्ट के फैलसे का स्वागत किया।
निर्भया के पिता बद्रीनाथ ने कहा, 'मैं कोर्ट के इस निर्णय से बहुत खुश हूं। अपराधियों को 22 जनवरी को 7 बजे फांसी दी जाएगी। इस फैसले से उन लोगों के अंदर डर बेठैगा जो इस तरह का अपराध करते हैं।'
वही, निर्भया की मां आशा देवी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, 'मेरी बेटी को इंसाफ मिल गया है। इन चारों दोषियों की फांसी से देश में महिलाओं को शक्ति मिलेगी। साथ ही इस फैसले से लोगों के बीच न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास बढ़ेगा।'
इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने भी इस फैसले का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह देश में रहने वाली सभी निर्भयाओं के लिए जीत है। मैं निर्भया के माता-पिता को सलाम करती हूं, जिन्होंने इसके खिलाफ सात साल की लंबी लड़ाई लड़ी। इस केस में दोषियों को सजा देने में सात साल क्यों लग गए? क्या इतने लम्बे समय को कम नहीं किया जा सकता है।
जानिए निर्भया गैंगरेप व हत्याकांड केस के बारे में
16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली में एक चलती बस में निर्भया ( बदला हुआ नाम) के साथ सामूहिक गैंगरेप हुआ था, जिसकी वजह से निर्भाया की मौत हो गई थी। इस घटना के विरोध में पूरे देश में गैंगरेप के दोषियों के खिलाफ प्रदर्शन हुए। इस केस में छह दोषियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें से 11 मार्च 2013 को राम सिंह नामक मुख्य आरोपी ने तिहाड़ में आत्महत्या कर ली थी। साथ ही एक नाबालिक दोषी को सुधार गृह में भेज दिया गया। इसके अलावा बाकि चार आरोपी अक्षय कुमार सिंह, विनय शर्मा, मुकेश और पवन गुप्ता को 7 जनवरी 2020 को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई, जिन्हें 22 फरवरी, 2020 को फांसी दी जाएगी।