निर्भया केसः सभी दोषी अलग-अलग वार्ड में शिफ्ट, फांसी की सजा सुनते ही रोने लगे तिहाड़ में बंद आरोपी मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 7, 2020 06:10 PM2020-01-07T18:10:21+5:302020-01-07T18:10:21+5:30
दोषियों के खिलाफ मृत्यु वारंट जारी करने वाले अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने फांसी देने के आदेश की घोषणा की। मामले में मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता को फांसी दी जानी है।
वर्ष 2012 में दिल्ली में हुए सनसनीखेज निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड मामले के चार दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जाएगा।
इस बीच सभी दोषियों को तिहाड़ के अलग-अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। फांसी की सजा सुनते ही सभी आरोपी रोने लगे। सभी आरोपी एक-दूसरे के मुंह देखने लगे। एक दोषी पहले ही जेल के अंदर फांसी लगा लिया था।
कोर्ट में निर्भया की मां और दोषी मुकेश की मां के बीच बहस भी हुआ था। मुकेश की मां ने जज से कहा कि साहब कुछ तो रहम करो। इस पर दोनों के बीच जमकर वाद-विवाद हुआ। इस मुद्दे पर जज साहब को हस्तक्षेप करना पड़ा।
दोषियों के खिलाफ मृत्यु वारंट जारी करने वाले अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने फांसी देने के आदेश की घोषणा की। मामले में मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता को फांसी दी जानी है।
उधर, निर्भया की मां ने दोषियों की फांसी की सजा की तिथि मुकर्रर किए जाने के बाद कहा कि यह आदेश (मौत की सजा पर अमल के लिए) कानून में महिलाओं के विश्वास को बहाल करेगा। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूरा देश निर्भया के दोषियों को फांसी दिये जाने का इंतजार कर रहा है, यह कानून की जीत है।
निर्भया कांड के आरोपी के वकील एपी सिंह ने कहा कि हम एक-दो दिन में सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर करेंगे। SC के 5 वरिष्ठतम जज इसकी सुनवाई करेंगे। इस मामले में शुरू से ही मीडिया, जनता और राजनीतिक दबाव रहा है। इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकी है।