पुणे में पीएफआई के खिलाफ एनआईए की बड़ी कार्रवाई, स्कूल इमारत की दो मंजिलों को सील किया, यहां दी जाती थी कट्टरता की ट्रेनिंग
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 17, 2023 07:39 PM2023-04-17T19:39:34+5:302023-04-17T19:41:32+5:30
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने महाराष्ट्र के पुणे में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्लू बेल स्कूल भवन की चौथी और पाँचवीं मंजिल को सील कर दिया। इसका इस्तेमाल युवाओं को आतंक का प्रशिक्षण देने के लिए होता था।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने महाराष्ट्र के पुणे में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने महाराष्ट्र के पुणे में एक स्कूल की इमारत की दो मंजिलों को सील कर दिया। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया इस स्कूल का इस्तेमाल धर्म विशेष के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें लक्षित हत्याओं और हमलों को अंजाम देने के प्रेरित और प्रशिक्षित करने के लिए करता था।
एनआईए की तरफ से इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा गया, "आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने ब्लू बेल स्कूल भवन की चौथी और पाँचवीं मंजिल को सील करके कब्जे में ले लिया, जिसका उपयोग पीएफआई द्वारा भारत की एकता, अखंडता और सुरक्षा को खतरे में डालने के उद्देश्य से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया गया था।"
एनआईए के अनुसार, पीएफआई इन परिसरों में धर्म विशेष के युवाओं को संगठन में भर्ती कर रहा था। इन युवाओं को 2047 तक देश में इस्लामिक शासन की स्थापना का विरोध करने वालों को खत्म करने और उन पर हमला करने के लिए सशस्त्र रूप से लड़ने का प्रशिक्षण भी प्रदान कर रहा था। एनआईए ने पिछले साल 13 अप्रैल को दर्ज एक मामले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के प्रावधानों के तहत इममारत की दो मंजिलों को "आतंकवाद से जुटाई गई आय" के रूप में संलग्न किया गया है।
एनआईए ने 22 सितंबर 2022 को स्कूल परिसर की दो मंजिलों पर चलाए गए अपने तलाशी अभियान के बाद यह कदम उठाया। तलाशी अभियान के दौरान एनआईए को इमारत से आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे।
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इससे पहले जयपुर और कोटा में स्थित पीएफआई के दो कार्यालयों को भी कुर्क कर चुकी है। जयपुर और कोटा स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालयों का इस्तेमाल भी संगठन के कैडरों की आतंकी प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के लिए किया जा रहा था।