Video Viral: पीएम मोदी की विदेश यात्रा, पोशाक पर ZEE के रियलिटी शो में उड़ा मजाक! BJP की शिकायत पर सूचना मंत्रालय ने चैनल से मांगा जवाब
By आजाद खान | Published: January 19, 2022 08:11 AM2022-01-19T08:11:55+5:302022-01-19T09:59:11+5:30
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने नोटिस का जवाब नहीं देने पर जी के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही है।
चेन्नई: जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के एक शो में पीएम मोदी पर 'अपमानजनक' टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। इसके खिलाफ सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जी को नोटिस जारी कर इस पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। बता दें कि जब इस शो के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे, उसके बाद इसके खिलाफ शिकायत की गई है। यह शिकायत तमिलनाडु में बीजेपी के आईटी और सोशल मीडिया विंग के अध्यक्ष सीटीआर निर्मल कुमार द्वारा की गई है। वहीं सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जी से इस पर 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है और अगर तय समय तक जवाब नहीं आया तो इसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। फिलहाल जी के तरफ से इस पर अभी कोई सफाई नहीं आई है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, 15 जनवरी को 'जूनियर सुपर स्टार्स सीजन 4' नामक एक रियलिटी शो पीएम मोदी की कथित तौर पर मजाक उड़ाई गई है। शिकायतकर्ता के अनुसार, इस शो में तमिल फिल्म 'इम्साई अरासन 23 एम पुलिकेसी' की थीम को अपनाया था। शो के एक सीन में यह देखा गया है कि बच्चे एक राजा की कहानी सुना रहे हैं जो काले धन को खत्म करने के लिए नोटों को बंद करने की कोशिश करता हैं जिसमें वह नाकाम रहता है। यह नहीं शो में आगे दिखाया गया कि बच्चों ने यह भी कहा कि राजा काले धन को रोकने के बजाय अलग-अलग रगों के जैकेट पहनकर घूमता है। शो में पीएम मोदी के विनिवेश योजना, उनकी विदेश यात्रा और शासन का भी मजाक उडाया गया है। बीजेपी का यह भी आरोप है कि बच्चे पीएम मोदी का मजाक उड़ाते रहे और वहां मौजूद जज इस पर हंसते रहे।
now happening 👇 space reaction for this TV programme https://t.co/KHXKioRVlGpic.twitter.com/meBWNaf0Ka
— 🟣Tamil Spaces (@TamilSpaces) January 16, 2022
बीजेपी ने लगाया जान जानबूझकर मजाक उड़ाने का आरोप
बीजेपी के निर्मल कुमार के अनुसार, यह शो जानबूझकर किया गया है ताकि इससे पीएम मोदी की छवि को खराब किया जा सके। उन्होंने जी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के मुख्य क्लस्टर अधिकारी सिजू प्रभाकरन को एक पत्र लिखकर दावा भी किया है कि 10 साल के बच्चों को इस तरह के ‘मजाकिया और अप्रिय’ प्रदर्शन करने के लिए बनाया जाता है और उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में गलत सूचना फैलाने के लिए बनाया जाता है। वहीं सूचना और प्रसारण मंत्रालय के नोटिस के बाद जी के तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।