गुजरात में गिरा नवनिर्मित पुल, ताजा हुआ मोरबी पुल हादसे का मंजर, विपक्ष ने कहा, 'अक्षम और भ्रष्ट है भूपेंद्र पटेल सरकार'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 15, 2023 07:31 AM2023-06-15T07:31:33+5:302023-06-15T07:37:58+5:30
गुजरात के तापी जिले में बीते बुधवार को मिंडोला नदी पर बने एक नवनिर्मित पुल का स्लैब भरभरा कर गिर गया। इसे लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की भाजपा सरकार को जमकर घेरा।
तापी:गुजरात में एक बार फिर मोरबी पुल हादसे का मंजर आखों के सामने उस समय ताजा हो उठा, जब बीते बुधवार को दक्षिण गुजरात के तापी जिले में मिंडोला नदी पर बने एक नवनिर्मित पुल का स्लैब भरभरा कर गिर गया। इस हादसे के बाद गुजरात सरकार ने फौरी तत्परता दिखाते हुए स्लैब गिरने के कुछ घंटे बाद पुल के निर्माण कार्य में शामिल तीन इंजीनियरों को निलंबित कर दिया।
खबरों के मुताबिक क्षतिग्रस्त नवनिर्मित पुल का निर्माण कार्य हाल ही में संपन्न हुआ था और इसके उद्घाटन का इंतजार किया जाना था।बताया जा रहा है कि यह क्षतिग्रस्त पुल वलोड तालुका के मायापुर गांव को तापी जिले के व्यारा तालुका के डेगामा गांव से जोड़ता है। पुल का एक हिस्सा बुधवार सुबह ढह गया। इस घटना के बाद सूबे की विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को अक्षम और भ्रष्ट बताते हुए बेहद तीखी आलोचना की।
वहीं दूसरी ओर बुधवार शाम में भूपेंद्र पटेल सरकार ने इस घटना पर प्रेस बयान जारी करके कहा कि मुख्यमंत्री ने तत्काल हादसे के जांच के आदेश दे दिये हैं। बयान में कहा गया है, "हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट में पाया गया कि पुल के निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता में गंभीर दोष था। इस कारण से सरकार ने निर्माण कार्य में शामिल कार्यपालक अभियंता, उप कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।"
इसके साथ ही सरकार की ओर से दिये बयान में यह भी कहा गया है कि सूरत की निर्माण फर्म अक्षय कंस्ट्रक्शन को निर्माण कार्य में कंक्रीट की उचित गुणवत्ता नहीं बनाए रखने के लिए ब्लैकलिस्ट करने का फैसला लिया गया है और फर्म से पैसे वसूलने का आदेश दिया गया है।
खबरों के अनुसार सूरत की कंस्ट्रक्शन फर्म अक्षय कंस्ट्रक्शन ने न केवल तापी बल्कि दक्षिण गुजरात में कोसंबा समेत कई अन्य पुलों का निर्माण किया है। इस कारण से अब उन सभी पुल के निर्माण पर भी शक की उंगलियां उठ रही हैं। बताया जा रहा है कि जिस तरह से नवनिर्मित पुल का स्लैब टूटा है, वो ठीक उसी तरह से है जैसे हाल ही में बिहार के भागलपुर में गंगा पर एक निर्माणाधीन पुल गिरा है। अब यह संयोग ही है कि बिहार के गिरे पुल का ठेकेदार भी गुजरात के द्वारका में बने रहे सिग्नेचर पुल के निर्माण कार्य में शामिल है।
घटना के बाद भूपेंद्र पटेल सरकरा पर हमला करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि केवल मोरबी और तापी में ही नहीं बल्कि अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, मेहसाणा सहित अन्य जिलों में पुल गिरने के मामले सामने आए हैं। कांगेस नेता दोशी ने कहा, "लोग भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार मॉडल से तंग आ चुके हैं।"
दोशी ने पिछले साल मोरबी पुल हादसे में 132 लोगों की मौत का जिक्र करते हुए कहा, "भ्रष्ट अधिकारियों और भाजपा-ठेकेदार गठजोड़ के खिलाफ कार्रवाई कब होगी। दरअसल खुद भ्रष्टाचार में डूबी भूपेंद्र पटेल सरकार ऐसे मामले में पूरी तरह से अक्षम नजर आती है।"