New Chief Election Commissioner: केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि वर्तमान चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 15 मई से अगले मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में कार्यभार संभालेंगे। कुमार सीईसी सुशील चंद्रा से कार्यभार लेंगे, जो 14 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (2) के अनुसरण में राष्ट्रपति राजीव कुमार को 15 मई, 2022 से मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया। केंद्रीय कानून ने कहा मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि राजीव कुमार को मेरी शुभकामनाएं। कुमार ने 1 सितंबर, 2020 को भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था।
चुनाव आयोग में कार्यभार संभालने से पहले कुमार सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष थे। वह अप्रैल 2020 में PESB के अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए। अधिसूचना और एक प्रेस विज्ञप्ति अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए विधि मंत्री किरेन रीजीजू ने कुमार को शुभकामनाएं दीं।
चंद्रा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग में एक पद रिक्त हो जाएगा। 1960 में जन्मे कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म होगा। उनके कार्यकाल में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे।
कुमार को जब निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था तब वह लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के अध्यक्ष थे। उन्होंने तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद एक सितंबर 2020 को निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाला था। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के कुमार फरवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए।
कुमार ने बीएससी, एलएलबी, पीजीडीएम, और सार्वजनिक नीति में मास्टर सहित कई शैक्षणिक डिग्री हासिल की और केंद्र और राज्य कैडर के मंत्रालयों में सरकार के लिए काम करने का 37 से अधिक वर्षों का अनुभव हैं। पर्यावरण और वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग क्षेत्र में काम किया।
कुमार भारतीय रिजर्व बैंक, एसबीआई, नाबार्ड के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक भी रहे हैं। आर्थिक खुफिया परिषद (ईआईसी), वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी), बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) के सदस्य भी रहे हैं।
19 फरवरी, 1960 को जन्मे कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 में उनकी आयु 65 वर्ष पूरी होने पर खत्म होगा। कानून के अनुसार निर्वाचन आयुक्त और मुख्य निर्वाचन आयुक्त छह साल के लिए या 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक, जो भी पहले हो, पद पर रह सकते हैं। कुमार के कार्यकाल में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे।
कुमार को जब निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था तब वह लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के अध्यक्ष थे। उन्होंने तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद एक सितंबर, 2020 को निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाला था।