‘बॉम्बे बेगम्स’ से जुड़े मामले में नेटफ्लिक्स ने एनसीपीसीआर को अपना जवाब दिया

By भाषा | Updated: March 12, 2021 22:33 IST2021-03-12T22:33:39+5:302021-03-12T22:33:39+5:30

Netflix gave its reply to NCPCR in the case related to 'Bombay Begums' | ‘बॉम्बे बेगम्स’ से जुड़े मामले में नेटफ्लिक्स ने एनसीपीसीआर को अपना जवाब दिया

‘बॉम्बे बेगम्स’ से जुड़े मामले में नेटफ्लिक्स ने एनसीपीसीआर को अपना जवाब दिया

नयी दिल्ली, 11 मार्च नेटफ्लिक्स ने अपनी नयी वेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ में बच्चों को गलत ढंग से दिखाए जाने के मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को अपना जवाब सौंप दिया।

एनसीपीसीआर ने बृहस्पतिवार को नेटफ्लिक्स से कहा था कि वह अपनी बेब सीरिज की स्ट्रीमिंग पर रोक लगाए क्योंकि इसमें बच्चों को गलत ढंग से दिखाया गया है।

आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नेटफ्लिक्स के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने उनसे मुलाकात की और लिखित स्पष्टीकरण दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘इस सीरीज को हटाना ही पड़ेगा। इसमें कोई दूसरा रास्ता नहीं है। हमने उन्हें मंगलवार तक का समय दिया है कि नेटफ्लिक्स इस पर विचार कर सके।’’

कानूनगो के मुताबिक, नेटफ्लिक्स के नीति प्रमुख ने आग्रह किया है कि इस ओटीटी प्लेटफार्म के वरिष्ठ पदाधिकारी एक बार एक आयोग से मिलना चाहेंगे। अब मंगलवार को यह बैठक होगी।

उधर, हंसल मेहता और प्रीतीश नंदी जैसे प्रमुख फिल्मकारों ने इस वेब सीरीज को लेकर एनसीपीसीआर की आपत्ति पर सवाल खड़े किए और कहा कि यह फिल्मकारों की रचनात्मक स्वतंत्रता पर एक और हमला है।

मेहता ने ट्वीट किया, ‘‘क्या ये लोग अपना पूरा समय ओटीटी के शो को देखने में बिताते हैं या फिर बाल अधिकारों के लिए काम भी करते हैं?’’

निर्देशक अनुभव सिन्हा ने मेहता के ट्वीट पर जवाब देते तंज किया, ‘‘वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। हम अपना काम नहीं कर रहे हैं।’’

नंदी ने ट्वीट कर सवाल किया, ‘यह सब कब रुकेगा? क्या पूरी रचनात्मक स्वतंत्रता बंधक चुकी है?’’

बहरहाल, फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने एनसीपीसीआर के कदम का बचाव करते हुए कहा कि नाबालिगों को ‘ड्रग, हिंसा’ से जोड़कर दिखाना ‘अपराध’ है।

नेटफ्लिक्स को भेजे नोटिस में एनसीपीसीआर ने कहा था कि वह 24 घंटे के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट दे और ऐसा नहीं करने पर उसके खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

आयोग ने कहा था कि वेब सीरीज में बच्चों को गलत ढंग से दिखाया गया है तथा ऐसी सामग्री से न सिर्फ युवाओं की सोच दूषित होगी बल्कि बच्चों का उत्पीड़न बढ़ेगा।

दरअसल, आयोग के पास एक शिकायत आई थी कि इस वेब सीरीज में दिखाया गया है कि नाबालिगों का यौन गतिविधि और मादक पदार्थों के सेवन में संलिप्त होना आम बात है।

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Web Title: Netflix gave its reply to NCPCR in the case related to 'Bombay Begums'

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