नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को याद किया। पीएम मोदी ने सदन में 15 अगस्त 1947 को आधी रात मिली आजादी को याद करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस की उस स्वर्णिम संध्या में जवाहरलाल नेहरू का दिया ऐतिहासिक 'नियति के साथ प्रयास' भाषण देश के निर्वाचित प्रतिनिधियों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार प्रधानमंत्री ने पुराने संसद भवन का जिक्र करते हुए कहा कि ब्रिटिश शासन से आजादी के बाद लगभग आठ दशक की सफल यात्रा के बाद अभी भी यात्रा कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा, "15 अगस्त 1947 को देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि आधी रात के समय, जब दुनिया सो रही होगी, भारत अपने जीवन और स्वतंत्रता के लिए जाग रहा है।"
उन्होंने कहा, "नेहरू जी के स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट भाषण की गूंज हमें प्रेरित करेगी। इसी सदन में अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि सरकारें आएंगी और जाएंगी, लेकिन यह देश रहेगा। यह हमारे पुराने संसद भवन का इतिहास है।"
दरअसल पीएम मोदी ने यह बात इस कारण से कही क्योंकि संसद आज पुरानी बिल्डिंग में कार्यवाही का आखिरी दिन है। आज संसद की पांच दिवसीय विशेष सत्र की बैठक हुई, जिसकी कार्यवाही को नए संसद भवन में स्थानांतरित कर दी जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह उन सभी को याद करने का अवसर है, जो संसद की ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा रहे हैं। पीएम मोदी ने पूर्व राष्ट्रपतियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद से लेकर द्रौपदी मुर्मू तक इस संसद का मार्गदर्शन मिला है। इसी संसद ने जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री से लेकर अटल बिहारी तक का समय भी देखा है और अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह तक ने इस देश को एक नई दिशा दी है।”
उन्होंने कहा कि संसद की कार्यवाही भले ही आगे से भले ही नई इमारत में होगी लेकिन यह इमारत भविष्य की पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।