गुवाहाटी, 1 अगस्त: असम में नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) का फाइनल ड्राफ्ट जारी होने के बाद से बयानों का दौर चल रहा है। इस ड्राफ्ट के जारी होने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 'रक्तपात' और 'गृहयुद्ध' संबंधी बयान पर पहले तो बीजेपी का ही पलटवार आ रहा था। अब ममता के इस बयान की कांग्रेस ने भी आलोचना की है। बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस के असम अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा है कि एक मुख्यमंत्री होने के नाते ममता को गृहयुद्ध के लिए उकसाना नहीं चाहिए। ये बिल्कुल सही नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक बोरा ने कहा, 'हम इस बयान की निंदा करते हैं।'
रिपुन बोरा ने यह भी कहा, ममता की टिप्पणी का असम में कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि राज्य में 'पूरी तरह से शांति' है। इससे पहले ममता बनर्जी ने मंगलवार को एनआरसी ड्राफ्ट की कड़ी आलोचना की थी।
गौरतलब है कि असम में सोमवार( 30 जुलाई) को प्रकाशित नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) के फाइनल ड्राफ्ट में नाम नहीं होने से 40 लाख से अधिक लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। ड्राफ्ट जारी होने के बाद ममता ने कहा था, 'असम में यह क्या चल रहा है? एनआरसी समस्या। ये सिर्फ बंगाली नहीं हैं, ये अल्पसंख्यक हैं, ये बंगाली हैं और ये बिहारी हैं। 40 लाख से ज्यादा लोगों ने कल रूलिंग पार्टी के लिए वोट किया था और आज अचानक अपने ही देश में उन्हें शरणार्थी बना दिया गया है।' ममता ने कहा, 'मैं अपनी मातृभूमि को ऐसी हालत में नहीं देखना चाहती, मैं मातृभूमि को बंटते हुए नहीं देखना चाहती।'
बता दें कि NRC मामले को लेकर टीएमसी सांसदों सहित विपक्ष ने राज्यसभा में जमकर विरोध जताया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। ममता बनर्जी ने यह भी कहा है किपश्चिम बंगाल की सीमाएं असम से लगती है। एनआरसी का प्रभाव पश्चिम बंगाल पर भी पड़ेगा।
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