NCP चीफ शरद पवार ने कहा- सभी को पता है कि हमारे फोन टैप किए गए, हम इसे गंभीरता से नहीं लेते
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 25, 2020 04:14 PM2020-01-25T16:14:11+5:302020-01-25T16:14:11+5:30
वहीं, गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गत वर्ष लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान फोन टैप कराने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को इस मामले की जांच के आदेश दे दिए।
महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती फड़नवीस सरकार पर कांग्रेस-एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं के फोन टैप कराने के आरोपों के बीच राजनीति गरमा गई है। इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि सभी को पता है कि हमारे टैप किए जाते हैं, इसलिए हम इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि जहां तक मुझे पता है, एक राज्य के मंत्री के द्वारा फोन टैपिंग का आदेश नहीं दिया जा सकता। इसलिए मुझे नहीं पता कि एक राज्य मंत्री इसके बारे में कितना जानता है।
वहीं, गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गत वर्ष लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान फोन टैप कराने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को इस मामले की जांच के आदेश दे दिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे भी आरोप हैं कि तत्कालीन सरकार ने कुछ अधिकारियों को इजराइल भेजकर फोन टैप कराने का सॉफ्टवेयर मंगाया था।
NCP Chief Sharad Pawar on phone tapping: Everyone knows our phone is tapped, therefore we don’t think about it seriously. As far as I know, the orders for phone tapping cannot be given by a state minister, so I don’t know how much a state minister knows about this. #Maharashtrapic.twitter.com/WPw4iVZNbL
— ANI (@ANI) January 25, 2020
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने देशमुख के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था. ठाकरे इस मामले की जांच कराने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है।
भंडारा जिले में मीडिया से बात करते हुए अनिल देशमुख ने कहा, ''चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि एनसीपी और कांग्रेस नेता किससे और क्या बातें करते हैं।'' हालांकि उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि किन नेताओं के फोन टैप कराए गए थे।
गौरतलब है कि यह मामला गुरुवार को उस वक्त सुर्खियों में आया जब अनिल देशमुख ने तत्कालीन फड़नवीस सरकार पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं के फोन टैप कराने का सनसनीखेज आरोप लगाया। पिछले साल एक इजराइली फर्म पर भारतीय नेताओं, कार्यकर्ताओं, वकीलों और पत्रकारों के फोन टैप करने के आरोप लगे थे. तब इस मुद्दे को कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर उठाया था।