नई दिल्ली: पंजाबकांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू के सुर गुरुवार को बदल गए। सिद्धू ने संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और पंजाब प्रभारी हरीश रावत से दिल्ली में मुलाकात की। इसक बाद उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस आलाकमान पर पूरा भरोसा है।
सिद्धू ने कहा, 'मैंने पंजाब और पंजाब कांग्रेस को लेकर अपनी चिंताएं आलाकमान को जाहिर की है। मुझे कांग्रेस अध्यक्ष, प्रियंका जी और राहुल जी पर पूरा भरोसा है। वे जो भी फैसला लेंगे वह कांग्रेस और पंजाब के भले के लिए होगा। मैं उनके निर्देशों का पालन करूंगा।'
वहीं हरीश रावत ने कहा, 'सिद्धू ने साफ तौर पर कहा कि माननीय सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आदेश उनको सर्वमान्य होगा। आदेश बिल्कुल साफ है कि वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी पंजाब के अध्यक्ष के रूप में अपना काम पूरी शक्ति से करें। कल विधिवत तरीके से एक घोषणा की जाएगी।'
बता दें कि सिद्धू गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे 24 अकबर रोड़ पहुंचे जहां उन्होंने पार्टी मुख्यालय में के सी वेणुगोपाल तथा पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की।
सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा था, ‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।’
कांग्रेस आलाकमान ने हालांकि सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था। पिछले दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस दौरान यह भी चर्चा थी कि सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी की कार्यशैली को लेकर भी खुश नहीं हैं, हालांकि कांग्रेस के सूत्र इससे इनकार करते हैं।