राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था। साथ ही साथ बेटी सुप्रिया सुले को कैबिनेट में मंत्री बनाने का वादा किया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। यह दावा खुद पवार ने किया, जिसके बाद उनकी बेटी सुप्रिया सुले का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री का बड़प्पन है कि उन्होंने ऐसा सुझाव दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रिया सुले ने कैबिनेट मंत्री बनाने के दावे को लेकर कहा, 'ये प्रधानमंत्री जी का बड़प्पन है कि उन्होंने ऐसा सुझाव दिया। मैं उनकी आभारी हूं उन्होंने कहा, लेकिन वो हो नहीं पाया।'
अजीत पवार पर नेता सुप्रिया सुले ने कहा, 'वह बीजेपी में शामिल नहीं हुए थे। यह हमारी पार्टी और परिवार का आंतरिक मामला है। वह हमेशा मेरे बड़े भाई और पार्टी के वरिष्ठ नेता बने रहेंगे।'
पवार ने कहा था कि उन्होंने मोदी को साफ कर दिया कि उनके लिए प्रधानमंत्री के साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है। पवार ने सोमवार को एक मराठी टीवी चैनल को साक्षात्कार में यह बातें कही थी। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बीच पवार ने पिछले महीने दिल्ली में मोदी से मुलाकात की थी। मोदी कई मौके पर पवार की तारीफ कर चुके हैं।
पिछले दिनों मोदी ने कहा था कि संसदीय नियमों का पालन कैसे किया जाता है इस बारे में सभी दलों को एनसीपी से सीखना चाहिए। पवार ने कहा कि 28 नवंबर को जब उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उस समय अजित पवार को शपथ नहीं दिलाने का फैसला 'सोच समझकर' लिया गया।