नयी दिल्ली:संविधान के 'मूल संरचना सिद्धांत' को निर्धारित करने वाले ऐतिहासिक फैसले के प्रमुख याचिकाकर्ता रहे केशवानंद भारती का 78 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने रविवार सुबह केरल के उत्तरी जिले कासरगोड में स्थित इडनीर के अपने आश्रम में अंतिम सांस ली। केशवानंद भारती इडनीर मठ के प्रमुख थे।
भारती की याचिका पर ही उच्चतम न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए संविधान के मूल ढांचे का सिद्धांत दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केशवानंद भारती को दी श्रद्धांजलि। उन्होंने कहा, भारती जी भारत के संविधान और संस्कृति से बहुत गहराई से जुड़े हुए थे। पीढ़ियां उनसे प्रेरणा लेती रहेंगी।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘पूज्य केशवानंद भारती जी को हम उनकी सामुदायिक सेवा तथा शोषितों को सशक्त करने के उनके प्रयासों के लिए हमेशा याद रखेंगे। हमारे महान संविधान और भारत की समृद्ध संस्कृति से उनका गहरा लगाव था। वह पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। ओम शांति।’’
केरल निवासी संत केशवानंद भारती श्रीपदगवरु का इदानीर मठ में उम्र संबंधी बीमारियों की वजह से 79 साल की उम्र में आज कासरगोड में निधन हो गया। उल्लेखनीय है कि चार दशक पहले भारती ने केरल भूमि सुधार कानून को चुनौती दी थी, जिसपर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने संविधान के मूल ढांचे का सिद्धांत दिया और यह फैसला शीर्ष अदालत की अब तक सबसे बड़ी पीठ ने दिया था, जिसमें 13 न्यायाधीश शामिल थे।