Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (9 अप्रैल) को एक हिंदी समाचार चैनल को इंटरव्यू दिया। पीएम मोदी ने इंटरव्यू की शुरुआत कांग्रेस के घोषणा पत्र की खामियां बताते हुए की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र मेच्योर नहीं है। पीएम मोदी ने इसे आतंकवादियों के प्रति नरमी बरतने वाला बताया।
प्रधानमंत्री ने बालाकोट में की गई भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पहले सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी थी तो वह की और अब लगा कि एयर स्ट्राइक करनी चाहिए तो वह की।
मसूद अजहर के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि चीनी और भारत के द्विपक्षीय संबंध हैं। हम कोशिश करते रहेंगे कि इसका हल निकले। भारत चीन के बीच मतभेद हैं। हम कोशिश करते हैं कि हमारे मतभेद विवाद में न बदलें।
कश्मीर के सवाल पर पीएम ने कहा कि अच्छा होता कि यह मुद्दा सरदार पटेल के पास होता तो इसका हल निकलता लेकिन इसे नेहरू ने अपने पास रखा।
पीएम ने कहा कि कश्मीर को लेकर पहले की सरकारों में कोई न कोई कमी रही है। उन्होंने कहा कि जो बच्चे पढ़कर आगे आ रहे हैं उन्हें हमें बढ़ावा देना चाहिए। कश्मीर में नए रोजगार आने चाहिए। वहां 370 और 35 ए की वजह से कोई जाने को तैयार नहीं। इससे जम्मू-कश्मीर का नुकसान है।
पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर को लेकर पंडित नेहरू जो करके गए हैं वो नियम नुकसान दे रहे हैं।
पीडीपी के साथ गठबंधन पर कहा कि जो जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी हमने ली। उन्होंने हमसे सहयोग मांगा हमने दिया। पंचायत चुनाव की बात आई तो वो टालती गईं, कहने लगीं कि सब बर्बाद हो जाएगा, हिंसा हो जाएगी।
धारा 370 और 35ए के सवाल पर पीएम ने कहा कि कश्मीर की समस्या के लिए 50 परिवार जिम्मेदार हैं। सारी मलाई इन्होंने ही खाई है। इनका बैक डिपार्टमेंट हवाला के लिए काम कर रहा है। कश्मीर की सामान्य मानवीय इनसे मुक्ति चाहती है।
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर पीएम ने कहा कि राष्ट्रवाद का मुद्दा होता है भारत माता की जय। अगर मैं भारत माता की जय बोलता हूं, स्वच्छता अभियान चलाता हूं, गरीब के लिए घर बनाता हूं। आयुष्मान योजना से दवाई की व्यवस्था करता हूं तो क्या यह राष्ट्रवाद है कि नहीं? किसानों को सशक्त करूं, 130 करोड़ देशवासियों की जय, उनके सपने पूरे करने के लिए काम करूं, यह हमारा राष्ट्रवाद है।
पीएम मोदी ने कहा कि विकास के नाम पर, सोशल इंफ्रस्ट्रक्टर और फिजिकल इंफ्रक्ट्रचर के नाम पर वोट मांग रहा हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन की व्यवस्था लेकर आई। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प पत्र धरती से जुड़ा है। पांच साल सरकार में रहकर पूरी जिम्मेदारी से हमने इसे बनाया है। अखबार की सुर्खियों में छाने के लिए हमारा घोषणा पत्र नहीं है।
राफेल पर पीएम ने कहा कि एक आदमी झूठ फैला रहा है बिना किसी आधार के। विरोधी दल इसके साथ जुड़ा नहीं था। सुप्रीमकोर्ट के आगे उन्हें मुंह की खानी पड़ी है। सीएजी के आगे मुंह की खानी पड़ी है। ये झूठ कितने दिन चलेगा। चुनाव जिताने के लिए यह मुद्दा चलेगा नहीं। उनके पिता जी का जो पाप है बोफोर्स का उसको ढोते रहते हैं। प्योर गप्प मार रहे हैं, इसलिए ये मुद्दा चल नहीं रहा है। मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूं। यहां तक कि कांग्रेस के एक नेता का बयान है कि मोदी जी पर एक भी भ्रष्टाचार का दाग नहीं है।
पीएम ने कहा कि 2014 में जब मैं चुनाव प्रचार कर रहा था कि मैं चौकीदार हूं। मुझे जिम्मेदारी दीजिए। अब भी कह रहा हूं कि भारत के खजाने पर कांग्रेस का पंजा नहीं पड़ने दूंगा।
अब होगा न्याय योजना पर पीएम ने कहा कि इसका मतलब है कि वे यह स्वीकारते हैं कि 60 साल उन्होंने अन्याय किया।
पीएम ने कहा कि नम्मी नारायणन को जेल में डाल दिया और भारत का एक बहुत बड़ा स्पेस प्रोग्राम ठंडे बस्ते में डाल दिया। नरसिम्हा की डेड बॉडी को भी कांग्रेस दफ्तर नहीं जाने दिया।
कितनी सीटें जीतेंगे के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं सीटें नहीं देता हूं, जनता सीटें देगी। सवा सौ करोड़ देशवासियों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का मन बना लिया है। जनता 2014 से बड़ी जीत दिलाएगी।
अन्य राज्यों में बीजेपी की स्थिति पर पीएम ने कहा कि त्रिपुरा में पहले भाजपा का एक भी एमएलए नहीं जीतता था आज वहां हमारी सरकार है।
सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि जो लोग आपस में दुश्मन थे, एक दूसरे को मारने के लिए टूटते तो वो एक हो गए हैं इसका मतलब धरती खिसक चुकी है।
मायावती द्वारा मुस्लिमों से वोट मांगने के सवाल पर पीएम ने कहा कि लगातार हार के कारण हताश हो चुकी हैं मायावती। वो डूबती हुए नईया हैं, बचने के लिए मुसलमान का सहारा ढूंढ़ती हैं। अगर यही बात किसी ने हिंदू के लिए बोल दी होती तो कितनी आवार्ड वापसी हो जाती है। कहां गए वे सेक्युलर लोग?
पीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश के हर कोने में टैली बढ़ाएगी। आप नॉर्थ ईस्ट में जाइये या कच्छ के रेगिस्तान में जाइये हर जगह लहर चल रही है।
पीएम ने अमित शाह को अद्भुत परिश्रमी बताया। उन्होंने कहा कि बहुमत से भी अच्छी स्थिति में हम होंगे। हमारा मकसद सिर्फ सरकार बनाना नहीं है हमारा मकसद देश चलाना देश बढ़ाना है। हम सबको साथ लेकर चलेंगे।
राम मंदिर मुद्दे पर पीएम ने कहा कि प्रॉब्लम मीडिया की है। बोलें तो कहते हैं कि आप हिंदुत्व की बात करते हैं। न बोलें तो कहते हैं आप बोलते क्यों नहीं है। हमने एक सैद्धान्तिक फैसला लिया है।
पीएम ने प्रियंका पर नहीं कुछ नहीं कहा। उन्होंने का कि मैं समझता हूं कि मुझे किसी व्यक्ति विशेष की चर्चा में नहीं उतरना चाहिए।
राहुल गांधी को लेकर पीएम ने कहा कि जिस स्थिति में भागना पड़ा है वो देखने की बात है।
उन्होंने कहा कि मैंने गांधी परिवार पर कोई हमला नहीं किया है। वंशवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि करप्शन हमारा मुद्दा है। क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए कि नहीं लेना चाहिए? क्या नेशनल हेरल्ड केस और चारा घोटाले को ठंडे बस्ते में डालना चाहिए?
उन्होंने कहा कि देश आज जहां पहुंचा है उसमें सभी सरकारों का योगदान है। लेकिन हमारी शिकायत यह है कि अगर सरदार पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो जो हमें करना पड़ रहा है वो पहले हो गया होता।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी असंतोष ऐसी ऊर्जा भरता है कि कुछ नया करने की प्रेरणा देता है।
आज दुनिया की सभी एजेंसी कह रही है कि भारत सबसे तेज इकॉनमी में सबसे तेजी आगे बढ़ने वालों में से है।
पीएम ने नोटबंदी पर कहा कि जिस गति से करेंसी का वॉल्यूम बढ़ रहा है, अब जो वॉल्यूम है उसके हिसाब से देखना चाहिए। मैंने कहा था कि 100 दिन तकलीफ होने वाली है। जनता ने हमारा साथ दिया। उस समय हमने उत्तर प्रदेश का चुनाव जीता।
नोटबंदी से विरोधियों के अरमान धरे रह गए। फॉर्मल इकॉनमी बढ़ी है। साढ़े तीन लाख कंपनियों पर ताले लग गए। करोड़ों रुपया सरकारी खजाने में आया। आज मकानों के दाम कम हुए क्योंकि बेईमानी के दिन गए।
पीएम ने कहा कि हर इंस्टीट्यूशन को बर्बाद करने का काम कांग्रेस ने किया है। इन्होंने इमरजेंसी लगाई।
लाल कृष्ण आडवाणी के ब्लॉग पर पीएम ने कहा कि आडवाणी जी ने भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांतों को दोहराया है। कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को गद्दार कहा था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सभी मतदाताओं से कहना चाहता हूं कि गर्मी के दिन हैं जलपान से पहले वोट करें- पहले मतदान बाद में जलपान। पानी साथ में लेकर जाएं। भारी मतदान करें। पहली बार मतदान करने वाले 21 वीं सदी का पहला मतदान करेंगे इसलिए यह गौरव का पल है। आखिर में उन्होंने कहा कि सभी मतदाताओं को लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदार बनने के लिए उमंग उत्साह के साथ आमंत्रित करता हूं।