मोदी सरकार ने बढ़ाया छह फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य, गेहूं और जौ भी इनमें शामिल
By विनीत कुमार | Published: October 18, 2022 01:25 PM2022-10-18T13:25:05+5:302022-10-18T13:49:18+5:30
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सभी छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की घोषणा की है। इसमें सबसे अधिक वृद्धि मसूर के लिए 500 रुपये प्रति क्विंटल की हुई है।
नई दिल्ली: भारत सरकार ने छह फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला किया है। इन छह फसलों में गेहूं और जौ भी शामिल हैं, जिनका न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है। इस बारे में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2023-24 के मार्केटिंग सीजन के लिए सभी रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दी।
उन्होंने कहा कि इसमें मसूर के लिए एमएसपी में अधिकतम 500 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की मंजूरी दी गई है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य जिन फसलों का बढ़ाया गया, उसमें गेहूं, जौ, मसूर सहित चना, सरसों और कुसुम शामिल हैं।
Union cabinet approves Minimum Support Prices (MSPs) for all Rabi Crops for marketing season 2023-24; absolute highest increase in MSP approved for lentil (Masur) at Rs 500 per quintal: Union Minister Anurag Thakur pic.twitter.com/U8ssXbDxFS
— ANI (@ANI) October 18, 2022
सरकार की ओर से जारी की गई लिस्ट के अनुसार गेहूं की कीमत में 110 रुपये की वृद्धि की गई है। साल 2022-23 के लिए यह 2015 रुपये प्रति क्विंटल था जिसे बढ़ाकर अब 2125 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। वहीं जौ की कीमत में 100 रुपये की वृद्धि हुई है। पहले ये 1635 रुपये था जो अब 1735 रुपये होगा।
चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23 में 5230 रुपये था। अब यह 5335 रुपये होगा। इसमें 105 रुपये की वृद्धि की गई है। वहीं मसूर में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। साल 2022-23 के लिए यह मूल्य 5500 रुपये था जो अब 6000 रुपये हो गया है। इसके अलावा सफेद सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 400 रुपये की वृद्धि की गई है। पहले यह 5050 रुपये था जो अब 5450 रुपये हो गया है। कुसुम में 209 रुपए की वृद्धि की गई है।