इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक के ब्रिटेन के वित्त मंत्री बनने तक की पूरी कहानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 14, 2020 04:10 PM2020-02-14T16:10:23+5:302020-02-14T16:21:12+5:30
वित्त मंत्री सुनक को ब्रिटेन सरकार में प्रधानमंत्री के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति मान रहा है। 39 वर्षीय सुनक का कार्यालय प्रधानमंत्री के डाउनिंग स्ट्रीट आवास एवं कार्यालय के ठीक बगल में होगा।
भारतीय मूल के लोग जब किसी दूसरे देश में ऊंचे पदों पर पहुंचते हैं, देश के लिए काफी खुशी का पल होता है। दिग्गज भारतीय आईटी कंपनी इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक को ब्रिटेन सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया है। इसी के साथ ऋषि, बोरिस जॉनसन मंत्रिमंडल में भारतीय मूल के दूसरे बड़े मंत्री बन गए हैं। भारतीय मूल की ही प्रीति पटेल इस समय ब्रिटेन की गृह मंत्री हैं।
इस प्रकार से ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार में दो अति महत्वपूर्ण पद भारतीयों के हिस्से में आए हैं। ऋषि सुनक का जन्म 1980 में हैंपशायर के साउथ हैंपटन में हुआ और शुरुआती पढ़ाई प्राइवेट स्कूल विंचेस्टर कॉलेज में हुई। ऋषि ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शन शास्त्र, राजनीति, अर्थशास्त्र और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की है। वह पहली बार 2015 में सांसद बने थे और उसके बाद उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी में तेजी से तरक्की की।
सुनक कहते हैं कि मैं भाग्यशाली था कि मुझे विंचेस्टर कॉलेज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका मिला। यहां से मिले अनुभवों से मेरी लाइफ बदल गई और मैं चाहता हूं कि अच्छी शिक्षा सभी के लिए आसानी से उपलब्धता होनी चाहिए।
सुनक की अक्षता मूर्ति से मुलाकात-
सुनक की मुलाकात नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से कैलिफोर्निया में हुई थी। बाद में दोनों ने शादी कर ली और उनकी दो बेटियां हैं। राजनीति में आने से पहले सुनक एक सफल कारोबारी भी रह चुके हैं। सुनक गोल्डमैन सैक्स में बैंकर के रूप में काम कर रहे थे।
सुनक ब्रिटेन की छोटी कंपनियों का वित्त पोषण करने वाली एक अरब पाउंड (करीब 9 हजार करोड़ रुपये) की एक निवेश कंपनी के सह-संस्थापक रहे हैं। सुनक ब्रेक्जिट के बड़े समर्थक रहे हैं और उनका मानना है कि ब्रेक्जिट से ब्रिटेन के छोटे कारोबारियों को मदद मिलेगी।
ब्रिटेन सरकार में दूसरा महत्वपूर्ण व्यक्ति-
वित्त मंत्री सुनक को सरकार में प्रधानमंत्री के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति मान रहा है। 39 वर्षीय सुनक का कार्यालय प्रधानमंत्री के डाउनिंग स्ट्रीट आवास एवं कार्यालय के ठीक बगल में होगा। वह प्रधानमंत्री की ब्रेक्जिट रणनीति को अंजाम दिलाने में विश्वसनीय व्यक्ति बनकर उभरे।
ऋषि से पहले पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविक के पास वित्त मंत्रालय का कार्यभार था और ऋषि, जाविद के कनिष्ठ के तौर पर वित्त मंत्रालय का काम देख रहे थे। साजिद ने हाल ही में अप्रत्याशित रूप से पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
सुनक यॉकशायर के रिचमंड से सांसद बने हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने मंत्रिमंडल में एक ऐसा वित्तमंत्री चाहते थे जो विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, पुलिस, हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर में बड़े पैमाने पर खर्च करे और इसमें बदलाव लेकर आए। इसके लिए उन्होंने ऋषि सुनक को चुना।
सुनक के माता-पिता
सुनक की मां फार्मासिस्ट थीं और उनकी छोटी सी दवाओं की दुकान थी और पिता ब्रिटेन की सरकारी स्वास्थ्य सेवा में जनरल प्रेक्टिशनर थे। सुनक बताते हैं कि मां की छोटी सी दवाओं की दुकान में बैठकर ही उन्हें बड़े स्तर पर कारोबार करने का तजुर्बा प्राप्त हुआ। अब उसी अनुभव का लाभ लेते हुए वह ब्रिटेन के शानदार भविष्य की रूपरेखा तैयार करेंगे।
गुरुवार को प्रधानमंत्री जॉनसन ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। भारतीय मूल के आलोक शर्मा को भी इसी हफ्ते बिजनेस मंत्री और सुएला ब्रेवरमैन को अटॉर्नी जनरल बनाए जाने की उम्मीद है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि महारानी -एलिजाबेथ द्वितीय ऋषि सुनक को नया वित्त मंत्री बनाये जाने को मंजूरी देकर उत्साहित हैं।