एक्सक्लूसिव: नागपुर में हरियाली के नाम पर वसूले पांच करोड़ रुपये, नहीं लगाया एक भी पौधा
By वसीम क़ुरैशी | Published: September 6, 2019 09:33 AM2019-09-06T09:33:23+5:302019-09-06T09:37:30+5:30
उद्यान विभाग को हस्तांतरित नहीं हुई निधि, नागरिकों को देना पड़ा अधिक संपत्ति कर
बीते साल से अब तक मनपा ने संपत्ति कर में वृक्ष कर के नाम पर करीब 5 करोड़ रुपये जमा किए हैं। इस कर की वजह से भी नागरिकों को अधिक संपत्ति कर अदा करना पड़ा है। यह कुल संपत्ति कर का एक प्रतिशत होता है। इतनी बड़ी रकम वसूलने के बाद हैरत की बात तो ये है कि इसके माध्यम से एक रुपये का एक पौधा भी कहीं नहीं लगाया गया है।
अप्रैल 2018 से संपत्ति कर में वृक्ष कर की वसूली की जा रही है। 2018-19 में संपत्ति कर में वृक्ष कर से 3 करोड़ 48 लाख 85 हजार रुपये की आवक हुई। वहीं अप्रैल 2019 से जुलाई 2019 तक 1 करोड़ 15 लाख 17 हजार रुपये वसूले गए। इसके बाद सितंबर तक के आंकड़े नहीं मिल पाए हैं। हालांकि बताया गया है कि इस कर की 5 करोड़ या इससे अधिक की वसूली हो गई होगी।
राज्य सरकार की ओर से मनपा को 82 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है। ये लक्ष्य की अभी पूर्ति नहीं हो पाई है और टारगेट सितंबर तक ही पूरा करना है। इसके तहत मनपा कार्यालय परिसर, रोड साइड, मनपा के मैदान, उद्यान, सार्वजनिक स्थान आदि जगहों पर पौधे लगाने हैं।
इन पौधों में कड़ू, नीम, काजू, जामुन, पीपल, शीशम आदि के पौधे हैं। हैरत की बात तो ये है कि शहर में मनपा जोन कार्यालय व मनपा उद्यान में नए पेड़ों का अभाव दिखाई दे रहा है। मिसाल के तौर पर आसीनगर जोन से सटे मनपा के मैदान में कहीं कोई पौधारोपण दिखाई नहीं दे रहा है।