नई दिल्ली:नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में 13 लोगों के मारे जाने के बाद आज विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों में स्थगन प्रस्ताव दिया है. विपक्षी सांसदों के रूख को देखते हुए संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा होने की उम्मीद की जा रही है.
लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर और मनीष तिवारी ने 13 नागरिकों की मौत के मामले में चर्चा के लिए स्थगर प्रस्ताव रखा है.
वहीं, राजद सांसद मनोज झा और टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा के लिए सरकार को स्थगन प्रस्ताव दिया है.
बता दें कि, नागालैंड के मोन जिले में एक के बाद एक गोलीबारी की तीन घटनाओं में सुरक्षाबलों की गोलियों से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने रविवार को बताया कि गोलीबारी की पहली घटना संभवत: गलत पहचान का मामला थी। इसके बाद हुए दंगों में एक सैनिक की भी मौत हो गई। नागालैंड सरकार ने मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
वहीं, घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) स्तर के एक अधिकारी की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का भी फैसला किया गया है।
विपक्ष ने इस घटना के बाद सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं. कल राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूछा कि गृह मंत्रालय क्या कर रहा है? वहीं, टीएमसी सांसदों और नेताओं का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज घटनास्थल का दौरा करेगा.