शादियों का मौसम चल रहा है। गली, चौहारे, गेस्ट हाउस, होटल... हर जगह शादियों की धूम है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसी शादी की वजह से मैसूर के एक होटल में कमरा नहीं मिल सका। दरअसल, कर्नाटक में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां अपनी जमीन बनाने के लिए बीजेपी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को मैसूर में थे। पीएम मोदी और उनके स्टाफ को रविवार को मैसूर के मशहूर होटल ललित महल पैलेस में कमरा नहीं मिल सका। होटल प्रबंधन का कहना था कि ललित महल पैलेस के लगभग सभी कमरे पहले ही एक शादी समारोह के लिए बुक थे।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक होटल ललित पैसलेस के महाप्रबंधक जोसेफ मथियास का कहना है कि हमारे पास पीएम मोदी के लिए कमरा बुक करने का प्रस्ताव आया था। पीएम मोदी और उनके स्टाफ को रविवार शाम चेक-इन करना था। लेकिन उस दिन होटल में एक शादी समारोह था जिस वजह से लगभग सभी कमरे पहले ही बुक थे। सिर्फ तीन कमरे खाली थे लेकिन प्रधानमंत्री और उनके स्टाफ के लिए इतना पर्याप्त नहीं था। लेकिन उस डेट पर ज्यादातर कमरे एक शादी समारोह के लिए बुक थे।
होटल ललित पैलेस के मना करने के बाद जिला प्रशासन ने मैसूर के होटल 'रेडिसन ब्लू' में वैकल्पिक बंदोबस्त किया। कहा जा रहा है कि रेडिसन ब्लू में रविवार को एक शादी का रिसेप्शन था। पीएम मोदी की सुरक्षा को देखते हुए होटल प्रबंधन ने रिसेप्शन का समय बदलने का निवेदन किया। जिससे पीएम मोदी को कमरा मिल सका।
... तो अगली बार से अगर आपको भी शादियों की वजह से तकलीफ उठानी पड़े तो इस खबर को पढ़िएगा। दिल को सुकून मिलेगा कि शादियों ने पीएम मोदी तक को एडजस्ट करना पड़ता है।
मैसूर में क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनार्टक में एक बार फिर से 10% कमीशन वाली सरकार का मुद्दा उछाल दिया है। उन्होंने यहां यह बताया कि पिछली बार बैंगलुरु में उनके इस बयान के बाद उन्हें कई सारे लोगों ने फोन और मैसेज के माध्यम से इस पर अपनी नाराजगी जताई थी। हालांकि उन्होंने इसे सकारात्मक बताते हुए कहा कि यहां उससे भी ज्यादा है। लेकिन उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने उन्हें आड़े हाथों में लिया था। पीएम मोदी यह बयान सोमवार को कनार्टक के मैसूर के पास श्रवणबेलगोला में जैन धर्म के भगवान बाहुबली के महामस्तकाभिषेक महोत्सव के दौरान दिया।