भोपालः मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के मास्क न पहनने को लेकर दिए गए बयान के बाद बवाल मच गया, जिसके बाद उन्हें अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी है। साथ ही साथ कहा है कि वह अपनी गलती स्वीकार करते हैं। दरअसल, एक कार्यक्रम में शामलि होने आए नरोत्तम मिश्रा बिना मास्क पहने दिखाई दिए। इस पर संवाददाताओं ने उनसे मास्क न पहनने की वजह पूछ ली, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वो किसी भी कार्यक्रम में मास्क नहीं पहनते हैं।
उनके मास्क न पहनने वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद उन्होंने कहा, 'मास्क न पहनने को लेकर मेरा बयान कानून का उल्लंघन प्रतीत होता है। यह पीएम की भावना के अनुरूप नहीं था। मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं और खेद व्यक्त करता हूं। मैं मास्क पहनूंगा। मैं सभी से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग रखने की भी अपील करता हूं।'
इससे पहले जुलाई में भी नरोत्तम मिश्रा का मास्क न पहनने का मामला चर्चित रहा था। कांग्रेस ने कहा था कि मिश्रा से कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन कराने वाले बीजेपी नेता को 11,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेद्र सिंह सलूजा ने पूछा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोज़ कहते हो मास्क लगाओ, दो गज की दूरी रखो। लेकिन आपके गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इन नियमों को कब अमल में लाएंगे?
सलूजा ने घोषणा की थी कि जो बीजेपी नेता, मंत्री नरोत्तम मिश्रा को सलाह देकर उन्हें नियमित तौर पर मास्क पहनने, दो गज की दूरी रखने, कोरोना के प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देश का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा, कांग्रेस उसे प्रदेश की जनता के हित में किए गए एक अच्छे कार्य के लिए 11,000 रुपये की राशि इनाम के रूप में देगी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि गृह मंत्री मिश्रा न तो मास्क पहनते हैं और न ही मंत्री होने के बावजूद जनता से मिलते वक्त शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हैं।