मुरलीधरन ने राज्यसभा में वामपंथी सांसदों के व्यवहार को केरलवासियों का अपमान बताया
By भाषा | Updated: August 14, 2021 22:11 IST2021-08-14T22:11:16+5:302021-08-14T22:11:16+5:30

मुरलीधरन ने राज्यसभा में वामपंथी सांसदों के व्यवहार को केरलवासियों का अपमान बताया
तिरुवनंतपुरम, 14 अगस्त केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा के वामपंथी सांसदों पर शनिवार को निशाना साधा और कहा कि सदन के अंदर उनका व्यवहार केरलवासियों का अपमान है।
मुरलीधरन ने यहां मीडिया से कहा कि वामपंथी सांसदों ने ‘‘शिवनकुट्टी’’ स्कूल से स्नातक किया है और इसे संसद में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘केरल से राज्यसभा के दो सदस्य राज्यसभा महासचिव की मेज पर बैठ गये। राज्यसभा के भीतर उनका व्यवहार केरलवासियों के लिए एक अपमान है।’’
उन्होंने मीडिया को संसद में एक मेज के ऊपर बैठे वामपंथी सांसद बिनॉय विश्वम और वी शिवदासन की तस्वीर दिखाई। केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज किया कि सरकार द्वारा भेजे गए बाहुबली (मार्शल) हंगामे के लिए जिम्मेदार हैं।
मुरलीधरन ने आरोप लगाया, ‘‘एक सदस्य, जो सर्वहारा वर्ग का नेता होने का दावा कर रहा है, ने एक गरीब मार्शल की गर्दन पकड़ ली, जो अपनी आजीविका कमाने के लिए अपना काम कर रहा था।’’
वर्ष 2015 में केरल विधानसभा में हंगामे का जिक्र करते हुए, जिसमें राज्य के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी एक आरोपी हैं, मुरलीधरन ने कहा, ‘‘जिन सांसदों ने उच्च सदन में दुर्व्यवहार किया, वे शिवनकुट्टी स्कूल के थे।’’
इस बीच, केरल से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) सांसद विश्वम ने शनिवार को राज्यसभा के महासचिव को पत्र लिखकर 11 अगस्त की घटनाओं की विस्तृत जांच करने का अनुरोध किया और आरोप लगाया कि विपक्ष पर दोषारोपण करने और देश को ‘‘गुमराह’’ करने के लिए सदन की सीसीटीवी फुटेज को ‘‘चयनात्मक ढंग से लीक’’ किया गया।
पत्र में विश्वम ने आरोप लगाया कि उन्हें, अन्य विपक्षी सदस्यों के साथ, ‘‘संसद में अज्ञातकर्मियों द्वारा हाथापाई के लिए लक्षित किया गया।’’
राज्यसभा से सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आरोप लगाया है कि विपक्षी सदस्यों ने मार्शलों से हाथापाई की।
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