मुंद्रा बंदरगाह मादक पदार्थ : एनआईए ने छापेमारी के बाद ‘टैल्क मिश्रित मादक पदार्थ’’ जब्त किया
By भाषा | Updated: October 20, 2021 20:59 IST2021-10-20T20:59:00+5:302021-10-20T20:59:00+5:30

मुंद्रा बंदरगाह मादक पदार्थ : एनआईए ने छापेमारी के बाद ‘टैल्क मिश्रित मादक पदार्थ’’ जब्त किया
नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर हाल में 2988 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती से संबंधित अपनी जांच के सिलसिले में यहां बुधवार को एक गोदाम में छापेमारी कर नशीला पदार्थ जब्त किया। समझा जाता है कि यह नशीला पदार्थ टैल्क में मिलाया हुआ था।
जांच एजेंसी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के नेबसराय इलाके में एक इमारत में छापेमारी की गई। एनआईए के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘... एफएसएल (फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला) की मदद से सफेद पाउडर वाली सामग्री को जब्त कर लिया गया है, जिसमें टैल्क के साथ नशीले पदार्थ मिले होने का संदेह है।’’
एजेंसी इससे पहले भी मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामले में दो बार इसी तरह की तलाशी ले चुकी है। एनआईए ने इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) से मामला अपने हाथ में लिया और मादक पदार्थ एवं नशीली सामग्री अधिनियम (एनडीपीएस) तथा गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धाराओं के तहत एक आपराधिक शिकायत दर्ज की।
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि यह मामला मुंद्रा बंदरगाह पर 2988.21 किलोग्राम मादक पदार्थ हेरोइन की जब्ती और खेप की खरीद और आपूर्ति में विदेशी नागरिकों की संलिप्तता से संबंधित है। 13 सितंबर को डीआरआई ने दो कंटेनरों को कब्जे में लिया जो ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह के माध्यम से अफगानिस्तान के कंधार से होते हुए मुंद्रा बंदरगाह पहुंचे थे।
कंटेनरों के साथ की गई घोषणा में दावा किया गया था कि उनके पास ‘‘अर्ध संसाधित टैल्क पत्थर’’ हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, हालांकि गहन जांच से पता चला कि दोनों कंटेनरों में वास्तव में 2988 किलोग्राम हेरोइन थी, जिसकी कीमत 21,000 करोड़ रुपये थी और उसे टैल्क पत्थरों के साथ ‘‘बड़े-बड़े बैग’’ में ‘‘निचली परतों’’ में छुपाया गया था।
डीआरआई ने नशीली दवाओं की जब्ती के सिलसिले में पांच विदेशी नागरिकों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एनआईए ने चेन्नई, कोयंबटूर और विजयवाड़ा में आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली थी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।