कहां है दिव्याशं? 42 घंटे से नहीं मिली कोई खबर, पूरा देश मांग रहा है बचने की दुआ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 12, 2019 12:05 PM2019-07-12T12:05:55+5:302019-07-12T12:05:55+5:30
मुंबई में मानसून शुरू होने के साथ ही बीएमसी ने किसी भी मेनहोल को खुला नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था लेकिन उसके बाद भी गोरेगांव में लापरवाही बरती गई.
मुंबई में पिछले 24 घंटों से एक मासूम बच्चा जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. बीएमसी की लापरवाही का शिकार बना तीन साल का दिव्यांशु बीती रात गटर के मेनहोल में जा गिरा. बच्चे को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. हालांकि उसके बचने की उम्मीद अब धूमिल होती जा रही है.
बुधवार रात 10:24 बजे यह दुखद घटना गोरेगांव ईस्ट के आंबेडकर नगर इलाके में हुई. सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि मासूम दिव्यांशु मेनहोल के आसपास घूम रहा है. एक इलेक्ट्रिक बॉक्स के पीछे खुला हुआ मेनहोल उसे दिखाई नहीं दिया और वह सीधे उसमें जा गिरा. कुछ देर बार एक महिला भी उसी मेनहोल के पास दिखाई देती है जो बच्चे को तलाशती नजर आ रही है.
मौके पर पहुंचे मुंबई के मेयर विश्वनाथ महादेश्वर ने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है. शिवसेना और भाजपा के नेता स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. पानी के लगातार गिरने के कारण बहाव तेज गटर में बारिश के पानी के लगातार गिरने के कारण बहाव तेज है. यह गटर ज्यादा गहरा नहीं है लेकिन आगे जाकर यह एक बड़े सीवर से मिलता है जो 10 फुट से ज्यादा गहरा है.
मेनहोल को खुला नहीं छोड़ने के थे निर्देश
मुंबई में मानसून शुरू होने के साथ ही बीएमसी ने किसी भी मेनहोल को खुला नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था लेकिन उसके बाद भी गोरेगांव में लापरवाही बरती गई. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पिछले तीन साल में कई बार बीएमसी से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
दुर्घटनाओं में 328 लोगों की मौत वर्ष 2017 की बारिश में मुंबई के नामी डॉक्टर दीपक अमरापुरकर की मेनहोल में गिरने से मौत हो गई थी. पिछले साढ़े पांच वर्षों में मुंबई शहर में मैनहोल/गटर/समुद्र में कुल 639 दुर्घटनाओं में 328 लोगों की मौत हो चुकी है.