BJP सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा- कांग्रेस की प्रताड़नाओं के कारण मैं आज तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को झेल रही हूं
By अनुराग आनंद | Published: June 21, 2020 04:01 PM2020-06-21T16:01:39+5:302020-06-21T16:01:39+5:30
भोपाल: भोपाल लोकसभा क्षेत्र की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस द्वारा नौ साल तक दी गई प्रताड़नाओं के कारण वह आज तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को झेल रही हैं। छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर यहां भाजपा कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ योग करने के बाद प्रज्ञा ने वर्ष 2008 में हुए मालेगांव बम धमाकों के मामले में नौ साल तक जेल में बिताए दिनों को याद करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस ने जो प्रताड़नाएं मुझे नौ वर्षों में दी थी उनके कारण मेरी कई चोटें उभरती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और उसी दौरान मेरे सिर में जो चोटें लगीं वे उभरी हैं।’’ प्रज्ञा ने बताया, ‘‘वह तकलीफ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि मेरे आंख के रैटिना से लेकर दिमाग तक सूजन हो गई और मवाद भर गई।
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि यातनाओं की वजह से मेरा दिखना बंद हो गया था-
इसके कारण मेरी एक आंख से बिल्कुल दिखना बंद हो गया जबकि दूसरी आंख से थोड़ा-सा दिखता था।'' उन्होंने कहा, ‘‘अब भी मेरी दाई आंख से धुंधला दिखता है और बाई आंख से बिल्कुल नहीं दिखता।’’
कांग्रेस विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री पी सी शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में प्रज्ञा के इस दावे को खारिज किया कि कांग्रेस सरकार में उन्हें प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हम महिलाओं का सम्मान करते हैं। कांग्रेस उन्हें कैसे प्रताड़ित कर सकती है जब मध्य प्रदेश में 15 वर्षों और केंद्र में छह वर्षों से भाजपा सरकार है? इन आरोपों का मकसद भ्रम पैदा करना है।’’
मालेगांव में हुए ब्लास्ट से जुड़ा है साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का नाम-
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर 2008 में मालेगांव में हुए ब्लास्ट के मामले में अभी भी एक आरोपी है। वह वर्तमान में मुकदमे का सामना कर रही हैं। मालेगांव ब्लास्ट केस के विशेष लोक अभियोजक अविनाश रसाल के मुताबिक साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर इस मामले की एक आरोपी हैं।
विस्फोट मामले के लिए प्रज्ञा के खिलाफ यूएपीए के तहत आरोप पत्र सौंपा गया था। इस मामले में 109 गवाहों को अदालत में पेश किया जा चुका है। जिनमें से ज्यादातर गवाह मालेगांव विस्फोट के पीड़ित और डॉक्टर हैं।
महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को खौफनाक बम ब्लास्ट हुआ था। उस धमाके में 7 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। ये धमाका रमजान के माह में उस वक्त किया गया था, जब मुस्लिम समुदाय के बहुत सारे लोग नमाज पढ़ने जा रहे थे। इसी घटना के आरोपियों की लिस्ट में पुलिस ने प्रज्ञा के नाम को भी शामिल किया था।
(भाषा इनपुट के साथ)