अगर इनके साथ हो तो भगवान, ना हो तो शैतान, मोदी सरकार पर बरसीं सांसद महुआ मोइत्रा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 24, 2019 06:39 PM2019-07-24T18:39:19+5:302019-07-24T18:39:44+5:30
बुधवार को लोकसभा में जब विधि-विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा ने कहा कि इस बिल का मतलब तो ये हुआ कि अगर सरकार चाहे तो किसी ना किसी मामले में दोषी बनाकर आपको सजा दिला सकती है। गृह मंत्री अमित शाह सदन में मौजूदगी न होने का उन्होंने विरोध भी किया।
लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार द्वारा पेश ‘विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण संशोधन (यूएपीए) विधेयक, 2019’ को खतरनाक व जनविरोधी, संविधान विरोधी करार देते इसे वापस लेने की मांग की।
पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा एक फिर मोदी सरकार पर जमकर बरसीं हैं। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इनके साथ हो तो भगवान, ना हो तो शैतान। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री आज सरदार पटेल की कुर्सी पर बैठे हैं, उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा की बात कही जाती है, लेकिन हमें सरदार पटेल की बातों का भी पालन करना चाहिए।
‘विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण संशोधन विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने विधेयक को वापस लेने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सदन में किसी भी विधेयक का विरोध करने पर विपक्ष के सदस्यों को राष्ट्रविरोधी करार दे दिया जाता है। हमें विपक्ष में रहने की वजह से यह जोखिम क्यों है? उनकी इस बात का भाजपा के कई सदस्यों ने विरोध किया।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि कभी किसी मंत्री ने विपक्ष के किसी सदस्य को राष्ट्रविरोधी नहीं कहा, यह शब्द वापस लिया जाना चाहिए। इस दौरान पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने भी नियम का हवाला देते हुए कहा कि अपमानजनक बयान पर अध्यक्ष सदस्य को बोलने से रोक सकते हैं।
हालांकि मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने सामूहिक रूप से सरकार के लिए अपनी बात कही है और वह इसे वापस नहीं लेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं कहा।’’ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सदस्य पहली बार लोकसभा में चुनकर आई हैं, सभी को उनकी बात शांति से सुननी चाहिए।
सदस्य को भी आसन की ओर देखकर ही अपनी बात रखनी चाहिए। मोइत्रा ने भाषण जारी रखते हुए कहा कि इस विधेयक में ऐसे प्रावधान हैं कि यह मुझ पर भी असर डाल सकता है। इस पर अध्यक्ष बिरला को कहते सुना गया, ‘‘यह आतंकवादियों पर असर डालेगा, आप पर नहीं।’’ इस पर सदन में ठहाके सुनाई दिये। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह सदन में थे।
मोइत्रा ने आगे कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को किसी भी राज्य में जाकर उसके पुलिस महानिदेशक को बताये बिना किसी की संपत्ति कुर्क करने का अधिकार विधेयक में दिया गया है, यह सहकारी संघवाद की भावना के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि पुलिस राज्य का विषय है, सरकार एनआईए को पुलिस के अधिकार दे रही है। मोइत्रा ने विधेयक को ‘खतरनाक’ और ‘‘संविधान विरोधी तथा जन विरोधी’’ करार देते हुए सरकार से इसे वापस लेने की मांग की।
लोकसभा में बुधवार को तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार विपक्ष पर हमला करने के लिए प्रोपेगेंडा मशीन चला रही है। उन्होंने कहा कि आज सरकार और उसकी ट्रोल आर्मी विपक्ष पर राष्ट्र विरोधी होने का ठप्पा लगा रही है। उनके भाषण के दौरान भाजपा सदस्यों ने हंगामा भी किया।
बुधवार को लोकसभा में जब विधि-विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा ने कहा कि इस बिल का मतलब तो ये हुआ कि अगर सरकार चाहे तो किसी ना किसी मामले में दोषी बनाकर आपको सजा दिला सकती है। गृह मंत्री अमित शाह सदन में मौजूदगी न होने का उन्होंने विरोध भी किया।
महुआ मोइत्रा ने कहा कि अगर आज हम बिल का विरोध करते हैं तो हमें राष्ट्र विरोधी कहा जाता है। खुद गृह मंत्री कहते हैं कि विरोध करना है तो सोच लीजिए यानी देश के गृह मंत्री ही विपक्ष को डरा रहे हैं। सरकार का तो मानो यही मानना है, 'अगर इनके साथ हो तो भगवान ना हो तो शैतान'।