लोकसभा चुनावः पीएम मोदी की मौनी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सीएम गहलोत ने भी चलाए व्यंग्यबाण!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: May 18, 2019 08:22 PM2019-05-18T20:22:43+5:302019-05-18T20:22:43+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी बीजेपी पर लगातार सियासी हमले कर रहे हैं, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि- पिछले कुछ दिनों के अंदर जिस प्रकार की राजनीति का परिचय सत्ताधारी दल ने दिया है.
पीएम नरेन्द्र मोदी की पांच साल में पहली बार हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस पर तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार निशाना साध ही रहे हैं, इधर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी इस मौनी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर व्यंग्यबाण चलाए.
सीएम गहलोत ने ट्वीट किया- मोदी जी की पीसी थी और जो उनकी बॉडी लैंग्वेज थी पूरे देश ने देखा, पूरी दुनिया ने देखा है कि मोदी जी खुद हार मान चुके हैं और पीसी में संवाददाताओं के सामने उन्होंने उसी रूप में अपने आप को पेश किया. किसी को प्रश्न के कोई जवाब नहीं दिए, उनको कोई प्रश्न पूछ नहीं सकता.
उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा- 5 साल में मोदीजी कभी मीडिया के सामने आए नहीं, जो बातें अमितशाह जी और मोदीजी ने की, बड़ी अजीब-सी बातें थीं. लोकतंत्र के उत्सव के प्रचार का आखिरी दिन था, उसकी पीसी का अलग महत्त्व होता है, वो उन्होंने पूरी तरह समाप्त कर दिया. देश में इस पीसी को मजाक के रूप में लिया गया!
यही नहीं, सीएम गहलोत ने राहुल गांधी के उस ट्वीट को भी साझा किया जिसमें उन्होंने कहा है कि- मोदी जी बधाई हो. एक्सिलेंट प्रेस कॉन्फ्रेंस! आपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आने की हिम्मत दिखाई. उम्मीद है कि अगली बार अमित शाह आपको सवालों का जवाब देने की इजाजत देंगे. बहुत बढ़िया.
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी बीजेपी पर लगातार सियासी हमले कर रहे हैं, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि- पिछले कुछ दिनों के अंदर जिस प्रकार की राजनीति का परिचय सत्ताधारी दल ने दिया है, इससे समूचे देश में एक निराशा का वातावरण बना है. भाजपा ने अपने राज में संस्थानों को खत्म करने का काम किया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस विषयक जानकारी जरूर शेयर की है, लेकिन इसे लेकर अपना कोई नजरिया नहीं पेश किया है.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर लंबे समय से सवाल उठाए जा रहे थे, लिहाजा उनको वास्तविक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए थी, ऐसी मौनी प्रेस कॉन्फ्रेंस से बेहतर तो यह था कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस ही नहीं करते।