सुषमा के निधन से मध्यप्रदेश में शोक की लहर
By राजेंद्र पाराशर | Published: August 7, 2019 10:21 PM2019-08-07T22:21:03+5:302019-08-07T22:21:03+5:30
विदेश मंत्री सुषमा के निधन पर मध्यप्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई. प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है.
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा के निधन पर मध्यप्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई. प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भावुक ट्वीट करते हुए कहा कि दीदी के अब हमारे बीच नहीं हैं, दीदी के बिना अब सब अधूरा लग रहा है. सुषमा स्वराज का मध्यप्रदेश गहरा नाता था, वे राज्य के विदिशा संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद निर्वाचित हुई थी और इसी दौरान वे विदेश मंत्री भी रही थी.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुषमा स्वराज के निधन पर भावुक ट्वीट करते हुए आज दीदी हमारे बीच नहीं हैं तो सब अधूरा सा लग रहा है. उनकी इच्छा के अनुरूप विदिशा समेत मध्यप्रदेश की सेवा ही उनके प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उन्होंने लिखा कि दीदी ने हमेशा मुझे सीख दी. मुझे उनसे सदैव कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता रहा है. अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वह हम सबको हमेशा के लिए छोड़कर चली गई हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सुषमा दीदी की जिह्वा पर साक्षात सरस्वती विराजती थीं, जो काम वो करती थीं, उस पर प्रतिष्ठा पाती थीं. चौहान ने कहा कि ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना करता हूं. आप अपने जनसहयोग व राष्ट्र उत्थान के कार्यों के माध्यम से देश व दुनिया के लोगों के दिलों में सदैव जिंदा रहेंगी.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शोक व्यक्त किया है. कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि वे पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बहन स्वराज के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हैं. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि वो केवल एक राजनीतिक नहीं, एक समाज सेविका भी थीं. मैं उनके परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने कहा कि सुषमा दीदी की वक्तृत्व कला ने उनके राजनीतिक कॅरियर की शुरूआत से ही सभी को आकर्षित करना शुरू कर दिया था. कठिन से कठिन विषय को पूरी सरलता के साथ स्पष्ट करना उनकी विशेषता रही. पार्टी के प्रति उनका समर्पण अद्वितीय था. उन्होंने कहा कि मैं उनकी आत्मिक शांति की कामना करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे उनके परिजनों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयर्गीय ने कहा कि भाजपा की ओजस्वी नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन देश और पार्टी के अलावा उनकी व्यक्तिगत क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन की खबर ने मुझे स्तब्ध कर दिया हैं. ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा उनके परिजनों को इस भारी दु:ख को सहन करने की शक्ति दे. वहीं भाजपा के पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने भी सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि वे एक बड़ी राजनेता के साथ अच्छी इंसान थी और किसी की भी मदद के लिए तैयार रहती थी. पूर्व सांसद आलोक संजर ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
सदमें में उमा भारती
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को जब इस बात का पता चला कि सुषमा स्वराज का निधन हो गया, इसके बाद से वे सदमे हैं. यह बात उन्होंने खुद फेसबुक पर लिखी है. उन्होंने लिखा कि मैं सुषमा स्वराज के निधन से स्तब्ध हूं, मैंने अपनी बड़ी बहन को खो दिया. उनका स्थान कोई नहीं ले पाएगा. उन्होंने लिखा कि सुषमा स्वराज के निधन की खबर कल रात 11.30 बजे लग गई थी. तभी मैंने उन्हें ट्वीट के जरिए श्रद्धांजलि अर्पित की, किंतु उसके तुरंत बाद से मैं बहुत सदमें में हूं तथा मैं इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रही हूं कि उनका निधन हो गया है. उनका ऐसे अचानक जाने का दुख मेरे साथ हर देशवासी को है. उन्होंने लिखा कि मैं भोपाल में हूं, सबेरे से ही मीडिया जगत मुझसे संपर्क करने के प्रयास में है. मैं अभी इस सदमे से संभलने में लगी हूं, कुछ बोल नहीं पाऊंगी.