गुजरात में आईएमए के विरोध प्रदर्शन में 30,000 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए
By भाषा | Updated: December 11, 2020 16:39 IST2020-12-11T16:39:00+5:302020-12-11T16:39:00+5:30

गुजरात में आईएमए के विरोध प्रदर्शन में 30,000 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए
अहमदाबाद, 11 दिसंबर स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक चिकित्सकों को प्रशिक्षण के बाद कुछ प्रकार की सर्जरी करने की अनुमति देने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा शुक्रवार को आहूत देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में गुजरात के 30,000 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए।
हालांकि, आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं अप्रभावित रही, क्योंकि उन्हें प्रदर्शन के दायरे से बाहर रखा गया है।
आईएमए के पदाधिकारियों ने कहा कि तीन वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद आयुर्वेदिक चिकित्सकों को कुछ सर्जरी करने की अनुमति देने के भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (सीसीआईएम) के फैसले के खिलाफ आईएमए ने देश भर में शुक्रवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच सभी गैर-जरूरी और गैर-कोविड-19 सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया है।
आईएमए देश में एलोपैथी डॉक्टरों का सर्वोच्च निकाय है।
हालांकि, आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।
आईएमए (गुजरात शाखा) के सचिव डॉ. कमलेश सैनी ने कहा, "अहमदाबाद से 9,000 सहित पूरे गुजरात से हमारे 30,000 से अधिक सदस्य-डॉक्टर आज विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।