Modi govt cabinet expansion: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रीपरिषद में बुधवार को शामिल होने वालों में 36 चेहरे नए होंगे, जबकि सात वर्तमान मंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह के नाम प्रमुख हैं।
केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, बंदरगाह, पोत और जलमार्ग परिवहन मंत्रालय के साथ ही रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्यमंत्री मनसुख भाई मांडविया, विद्युत मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह, आवासन तथा शहरी विकास और नागर विमानन मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय खेल व युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार शाम को होने वाले फेरबदल व विस्तार से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 मंत्रियों ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया जिनमें रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार आदि शामिल हैं।
राष्ट्रपति सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘ प्रधानमंत्री के सुझाव पर भारत के राष्ट्रपति ने मंत्रिपरिषद के 12 सदस्यों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है । ’’ राष्ट्रपति के प्रेस सचिव के हवाले से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, जिन मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार किया गया है, उनमें सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, रमेश पोखरियाल निशंक, डा हर्षवर्द्धन, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार शामिल है। रविशंकर प्रसार के पास कानून मंत्रालय के साथ साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय था जबकि जावड़ेकर पर्यावरण मंत्रालय के साथ साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया । इससे पहले, सूत्रों ने बताया कि निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है । निशंक अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) में दोबारा भर्ती होना पड़ा था ।
सूत्रों के अनुसार डा. हर्षवर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया । डा. हर्षवर्धन स्वयं एक चिकित्सक हैं और उनके पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार था । सूत्रों ने बताया कि गौड़ा ने भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि एवं रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं । सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के अकोला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रताप सारंगी भी शामिल हैं, ओडिशा के बालासोर संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं । राज्य मंत्री सुप्रियो ने सोशल मीडिया पर अपने त्यागपत्र की पुष्टि करते हुए लिखा, ‘‘ मुझे इस्तीफा देने को कहा गया और मैंने ऐसा किया ।’’