'राहुल उत्तर भारत से भाग गए, केरल के बारे में मोदी और गांधी के सुर एक जैसे हैं' - केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 21, 2024 05:28 PM2024-04-21T17:28:34+5:302024-04-21T17:30:21+5:30
विजयन ने राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने ऐसा मजबूत रुख अभी तक नहीं लिया है, जिससे लोगों को यह लग सके कि वह देश का नेतृत्व करने में सक्षम हैं।
कासरगोड: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला तेज करते हुए रविवार को आरोप लगाया कि वे राज्य में हुई प्रगति को झूठी बातों से ढकने की कोशिश कर रहे हैं। विजयन ने कांजनगाड़ में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दक्षिणी राज्य के बारे में बात करते समय मोदी और गांधी के सुर एक जैसे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, "इस समय एक अजीब बात यह हो रही है कि प्रधानमंत्री और पूरे भारत में मुख्य विपक्षी दल के नेता एकजुट होकर राज्य (केरल) और इसकी प्रगति को झूठ से ढकने की कोशिश कर रहे हैं।" विजयन ने राज्य सरकार के खिलाफ पीएम मोदी की हालिया टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों उल्लेख किया था कि बिहार की तरह केरल में भी भ्रष्टाचार होता है। उन्होंने कहा कि इस बयान के जरिए मोदी एक साथ दो राज्यों का अपमान कर रहे हैं। पीएम मोदी के आरोप को खारिज करते हुए वामपंथी नेता ने कहा कि यह सर्वविदित है कि केरल देश का सबसे कम भ्रष्ट राज्य है और ‘सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज’, ‘ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल’ और ‘लोकल सर्किल्स’ द्वारा भारत के संदर्भ में भ्रष्टाचार को लेकर किए गए हालिया सर्वेक्षण में इस बात को पहचाना गया।
विजयन ने कहा, "प्रधानमंत्री के पास कौन सी प्रामाणिक रिपोर्ट है, जिसके आधार पर उन्होंने केरल का अपमान किया?" उन्होंने राज्यों को खराब वित्तीय आवंटन को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वित्त आयोगों के माध्यम से धन का वितरण कोई दान नहीं है। मुख्यमंत्री ने मोदी पर उन वित्त आयोगों पर दबाव डालने का भी आरोप लगाया, जिनके पास राज्यों को धन आवंटित करने के मामले में स्वतंत्र निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के चुनावी विज्ञापन भी राज्य के बारे में गलतफहमियां फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री अपनी हताशा के कारण केरल के बारे में झूठी बातें प्रचारित कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें एहसास है कि आगामी चुनावों में उन्हें केरल में कुछ हासिल नहीं होने वाला। विजयन ने राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने ऐसा मजबूत रुख अभी तक नहीं लिया है, जिससे लोगों को यह लग सके कि वह देश का नेतृत्व करने में सक्षम हैं।
उन्होंने कहा, "देश राहुल गांधी से और क्या उम्मीद कर सकता है, जो उत्तर भारत से भाग गए और नरेन्द्र मोदी एवं संघ परिवार का विरोध करने की कोशिश किए बिना ही लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ने के लिए वायनाड आए, जबकि वह उन्हें (मोदी और संघ को) अपना मुख्य प्रतिद्वंद्वी बताते हैं।" उन्होंने कहा कि चुनाव अभियान की शुरुआत से ही वामपंथियों ने देश को संघ परिवार के चंगुल से मुक्त कराने के लिए एक ठोस रवैया अपनाया है, लेकिन सांप्रदायिक विभाजनकारी एजेंडे के तहत भाजपा द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भी कांग्रेस चुप रही। विजयन ने शनिवार को राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित करते समय उनकी आलोचना करने के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा पर भी निशाना साधा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने विजयन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने समझौता कर लिया है, क्योंकि वह केवल कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला करते हैं, लेकिन भाजपा पर नहीं। विजयन ने केंद्रीय एजेंसी द्वारा उन्हें गिरफ्तार नहीं करने संबंधी प्रियंका के सवाल को अच्छा मजाक बताया और कहा कि देश अच्छी तरह से जानता है कि वह कौन है और उसके पति की एक रियल एस्टेट फर्म से जुड़े भूमि घोटाले में कथित संलिप्तता है।
घोटाले में प्रियंका के पति रॉबर्ट वाद्रा की कथित संलिप्तता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रियंका को उन जांच एजेंसियों का आभारी होना चाहिए, जिन्होंने कुछ लोगों को गिरफ्तारी से छूट दी है। यह पूछे जाने पर कि अगर ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) सत्ता में आया तो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, विजयन ने कहा कि यह देश की तत्कालीन राजनीतिक स्थिति के अनुसार तय किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस समय ध्यान भाजपा और संघ परिवार को हराने पर है।’ विजयन ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार के दौरान राज्य में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के लिए अनुकूल लहर है और भाजपा एवं कांग्रेस इससे चिंतित हैं। केरल में लोकसभा चुनाव के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा।
(इनपुट- भाषा)