मॉब लिंचिंग मामलाः झारखंड विधानसभा की कार्यवाही चढ़ी हंगामे की भेंट, कांग्रेस विधायक ने कहा- BJP और RSS का हाथ
By एस पी सिन्हा | Published: January 8, 2020 06:13 PM2020-01-08T18:13:40+5:302020-01-08T18:13:40+5:30
झारखंड विधानसभा में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के मंगलवार को दिये अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चर्चा प्रारंभ होते ही कांग्रेस के इरफान अंसारी ने जून, 2018 में झारखंड में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा की गई हत्या में भाजपा और आरएसएस के लोगों का हाथ होने का आरोप लगाया.
झारखंड विधानसभा की कार्यवाही बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान हंगामे की भेंट चढ़ गई. राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में बोल रहे कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग प्रकरण का जिक्र करते हुए भाजपा और आरएसएस के नाम का भी जिक्र किया, जो भाजपा विधायकों को नागवार गुजरा.
भाजपा विधायकों ने इसे स्पंज करते हुए इरफान अंसारी से माफी मांगने की मांग की. लेकिन कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने अपने बयान पर अडे रहे और तबरेज अंसारी की हत्या के मामले में आरएसएस-भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाया, जिसके बाद हंगामे के चलते कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
दरअसल, झारखंड विधानसभा में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के मंगलवार को दिये अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चर्चा प्रारंभ होते ही कांग्रेस के इरफान अंसारी ने जून, 2018 में झारखंड में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा की गई हत्या में भाजपा और आरएसएस के लोगों का हाथ होने का आरोप लगाया. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने इसे स्पंज कर दिया और माफी मांगने का फैसला इरफान अंसारी पर छोड़ा.
हालांकि, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने माफी नहीं मांगी. इस पर भाजपा विधायकों ने वेल में आकर प्रदर्शन किया. भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा किसी इरफान अंसारी की औकात नहीं कि वह आरएसएस के बारे में बोले. इन आरोपों के तुरंत बाद भाजपा के सभी विधायकों ने इस बयान का कडा विरोध किया. इरफान अंसारी से बयान वापस लेने और माफी की मांग की. लेकिन, इरफान अंसारी अपने बयान पर अड़े रहे.
इसके बाद पूर्व मंत्री सीपी सिंह के नेतृत्व में भाजपा के सभी विधायक अध्यक्ष के आसन के सामने आ गये और उन्होंने ‘इरफान अंसारी माफी मांगो’ के नारे लगाने शुरू कर दिये. सदन में हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष महतो ने कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी.
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा और इरफान अंसारी ने अपने बयान पर कायम रहने की बात कही, जिसके कारण भाजपा के विधायकों ने सदन में फिर हंगामा किया.
इस बीच, विपक्ष को बोलने का मौका दिये बिना विधानसभा अध्यक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवसर दिया और उनके संक्षिप्त उत्तर के बाद हंगामे के बीच ही विधानसभा में धन्यवाद प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. इसतरह से मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर झारखंड विधानसभा का माहौल गर्म रहा.