राजस्थानः SC/ST Act पर नहीं थमी हिंसा, MLA और पूर्व MLA के मकानों को किया आग के हवाले, लगा कर्फ्यू
By रामदीप मिश्रा | Published: April 3, 2018 02:12 PM2018-04-03T14:12:23+5:302018-04-03T14:19:54+5:30
मिली जानकारी के अनुसार, जिले के हिंडौनसिटी में एससी/एसटी संगठनों की ओर से भारत बंद के बाद मंगलवार को गुस्साई भीड़ ने पूर्व मंत्री भरोसी जाटव के मकान में आग लगा दी।
जयपुर, 3 अप्रैलः अनुसूचित जाति/जन जाति (एससी/एसटी)को लेकर आये उच्चतम न्यायालय के फैसले का विरोध मंगलवार को भी हीं थमा और राजस्थान के करौली जिले में एक हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक के घर में आग लगा दी। इसके अलावा एक छात्रावास को भी आग के हवाले कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, जिले के हिंडौनसिटी में एससी/एसटी संगठनों की ओर से भारत बंद के बाद मंगलवार को गुस्साई भीड़ ने पूर्व मंत्री भरोसी जाटव के मकान में आग लगा दी। साथ ही वर्तमान विधायक राजकुमारी जाटव के मकान को भी आग के हवाले कर दिया।
खबरों के अनुसार हिंडौन में करीब 40 हजार की संख्या में भीड़ एकत्रित हुई थी। गुस्साई भीड़ ने न केवल नेताओं के घरों को आग के हवाले किया बल्कि अनाज मंडी स्थित एससी वर्ग के एक छात्रवास में भी आग लगा दी। मामले की सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। वहीं, पुलिस ने बेकाबू भीड़ को मौके से हटाया।
शहर में हालात बिगड़ने पर पुलिस-प्रशासन ने भीड़ को मौके से हटा दिया है। हिंडौनसिटी में एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। रेल मार्ग बहाल कर दिया गया। रेलगाड़ियों को सुगमता से निकाला जा रहा है। फिलहाल पुलिस के उच्चाधिकारी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
आपको बता दें कि सोमवार को भारत बंद का राजस्थान में व्यापक असर देखा गया था। यहां बस और ट्रेन संचालन बुरी तरह से प्रभावित हुई थीं। जयपुर, अजमेर, बाड़मेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर, सीकर में बंद समर्थकों और पुलिस में हल्की झड़प हुई थीं। जयपुर में टोंक रोड पर बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों के शीशे तोड़ दिए थे और दुकानों में तोड़फोड़ की थी।
अलवर जिले में उग्र हुई भीड़ में शामिल एक युवक की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई थी। यह मामला जिले के खैरथल कस्बे का था। यह हादसा तब हुआ जब प्रदर्शनकारी यहां पुलिस पर पथराव कर रहे थे और गाड़ियों में आग लगा रहे थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस का हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी।
इसके अलावा जालौर, बाड़मेर और आहौर में धारा 144 लागू की गई थी। बाड़मेर में दलित प्रदर्शनकारी चार कारों में आगजनी के बाद जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दिया गया था।