भारत बंद आंदोलन हिंसा में हुआ तब्दील, प्रदर्शनकारियों ने बरपाया कहर, 8 लोगों की मौत और कई घायल
By रामदीप मिश्रा | Published: April 2, 2018 05:59 PM2018-04-02T17:59:41+5:302018-04-02T20:19:28+5:30
गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, पंजाब, झारखंड समेत करीब 14 राज्यों में भारत बंद का असर देखा गया है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न केवल दुकानें बंद करवाई बल्कि उग्र प्रदर्शन भी किया।
नई दिल्ली, 2 अप्रैल: अनुसूचित जाति/जन जाति को लेकर आये उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में सोमवार को भारत बंद का 14 राज्यों में असर देखा गया है, जिसमें सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में देखने को मिला है। दलित संगठन और उनके समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान सड़कों पर जाम लगाया, ट्रेनें रोकी गईं और आगजनी की गई। मध्यप्रदेश में 5 लोगों, उत्तर प्रदेश में दो और राजस्थान में एक युवक की मरने की खबर है।
मध्यप्रदेश में तीन लोगों की मौत
खबरों के मुताबिक मध्य प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन और जमकर उपद्रव हुआ। सूबे के ग्वालियर, भिंड जिले में कई जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है। ग्वालियर में हिंसक प्रदर्शन के दौरान फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हो गए। वहीं, भिंड में बंद के दौरान समर्थकों और विरोधियों के बीच पथराव भी हुआ है। इस दौरान पुलिस पर भी फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो ने की खबर है, जबकि मुरैना में भड़की हिंसा में एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश में भी फूंके वाहन
उत्तर प्रदेश के आगरा के थाना एत्मादुद्दौला के टेढ़ी बगिया पर दलित समाज के लोगों ने आगरा अलीगढ़ हाईवे पर जाम लगा दिया। दुकानों को जबरन बंद कराया गया। इलाहाबाद में रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों दलितों ने ट्रैक जाम कर पटरियों पर लेट गए, जिससे एक घंटे के लिए ट्रेन आवागमन बाधित हुआ। मुजफ्फरनगर के नई मंडी थाने पर प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने फायरिंग की। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत और कई लोगों रे घायल होने की खबर है। हापुड़ में पुलिस पर पत्थर फेकने के लिए लाठीचार्ज किया। आजमगढ़ में रोडवेज बस को आग के हवाले कर दिया गया और कई वाहनों में तोड़फोड की गई। हापुड़ में एक जीप को जला दिया गया। मेरठ में 2 बसों को भी आग के हवाले किया गया और कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर पुलिस चौकी को फूंक दिया है।
राजस्थान में बस और ट्रेन संचालन प्रभावित
राजस्थान में व्यापक भारत बंद का बड़ा असर देखा गया है। यहां बस और ट्रेन संचालन बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर, अजमेर, बाड़मेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर, सीकर में बंद समर्थकों और पुलिस में हल्की झड़प हुई। जयपुर में टोंक रोड पर बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों के शीशे तोड़ दिये और दुकानों में तोड़फोड़ की और गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी को रोकने की सूचना है।
राजस्थान में एक की मौत
अलवर जिले में उग्र हुई भीड़ में शामिल एक युवक की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई है। यह मामला जिले के खैरथल कस्बे का है। यह हादसा तब हुआ जब प्रदर्शनकारी यहां पुलिस पर पथराव कर रहे थे और गाड़ियों में आग लगा रहे थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस का हवाई फायरिंग करनी पड़ी। बंद समर्थकों ने अजमेर में भी दुकानें बंद करवाने को लेकर तोड़फोड़ की और वाहनों को नुकसान पहुंचाया। जयपुर, अलवर, कोटा, बीकानेर, दौसा, अजमेर, सीकर संहित कई स्थानों पर बंद समर्थकों ने दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान जबरन बंद करवाये। दुकानदारों और बंद समर्थकों में झड़प भी हुई। जयपुर मेट्रो का संचालन मध्याह्न तक के लिए रोक दिया गया है। जालौर, बाड़मेर और आहौर में धारा 144 लागू की गई है। बाड़मेर में दलित प्रदर्शनकारी चार कारों में आगजनी के बाद जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
बिहार में रहा असर
बिहार के अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, जहानाबाद और आरा में भीम सेना ने रेल रोकी और सड़कों पर जाम लगा दिया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। वहीं, हाजीपुर में बंद समर्थको ने कोचिंग संस्थान पर हमला किया। इस दौरान कोचिंग संचालकों और बंद समर्थकों के बीच पथराव और मारपीट भी हुई। बंद समर्थकों ने छात्रों की साइकिल और डेस्क बेंच में आग लगा दी। हालांकि यहां उपद्रव ज्यादा बढ़ता इससे पहले स्थिति को नियंत्रण कर लिया गया।
14 राज्यों में उग्र प्रदर्शन
इसके अलावा गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, पंजाब, झारखंड समेत करीब 14 राज्यों में भारत बंद का असर देखा गया है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न केवल दुकानें बंद करवाई बल्कि उग्र प्रदर्शन भी किया। इस दौरान उन्होंने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज भी किया। साथ ही साथ कई जगह हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
SC में सरकार ने पुनर्विचार याचिका दाखिल की
इधर, केंद्र सरकार ने एससी/एसटी ऐक्ट ( SC/ST Act) पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी है। 20 मार्च को सुप्रीम कोर्ट SC/ST एक्ट पर फैसला सुनाया था। जिसपर पुनर्विचार याचिका दायर करते हुए केंद्र सरकार ने तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाने और अग्रिम जमानत को मंजूरी दिए जाने के फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का तमाम दलित संगठन समेत कई राजनीतिक दलों ने इसकी आलोचना की थी। खुद बीजेपी के कई नेताओं ने इस फैसले पर पूर्नविचार की सिफारिश की थी।