#MeToo कैम्पेन पर बीजेपी सांसद ने किया नाना पाटेकर का समर्थन, 'महिलाएं 2-4 लाख ऐंठने के लिए करती हैं ऐसा'
By पल्लवी कुमारी | Published: October 9, 2018 06:46 PM2018-10-09T18:46:19+5:302018-10-09T18:46:19+5:30
#MeToo कैम्पेन पर बीजेपी सांसद ने किया नाना पाटेकर का समर्थन, महिलाए 2-4 लाख ऐंठने के लिए करेंगी ऐसा
नई दिल्ली, 09 अक्टूबर: ''भारत में #MeToo आंदोलन की शुरुआत ही गलत प्रथा है। औरतें मर्दों को फंसाने के लिए और दो चार-लाख रुपये ऐंठने के लिए ऐसे आरोप लगाती हैं। और यही उनकी आदत हैं।'' इस लाइन में लिखी बात किसी और ने नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) सांसद उदित राज ने कही है। उदित राज ने यह बयान वेटरन एक्टर नाना पाटेकर के समर्थन में दिया है। नाना पाटेकर पर एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने दस साल पहले के किसी मामले में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
सांसद उदित राज ने मंगलवार को तनुश्री के लगाए आरापों के ऊपर बोला- 10 साल बाद किसी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाना कितना प्रासंगिक है। उन्होंने कहा- देश में #MeToo अभियान जोर पकड़ता दिख रहा है और एक के बाद एक कई महिलाएं मनोरंजन और मीडिया जगत में अपने यौन उत्पीड़न के अनुभवों को साझा कर रही हैं।
#MeToकैम्पेन जरूरी है लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है ? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जाँच कैसे हो सकेगा?जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकशान होगा ये सोचने वाली बात है।गलत प्रथा की शुरुआत है।#MeToo
— Dr. Udit Raj, MP (@Dr_Uditraj) October 9, 2018
ऐसे लोगों को गोली मार दें
राज ने कहा कि सभी मामलों को एक एक करके देखें तो ऐसे कई मामले हैं जहां महिलाओं ने पैसा लेकर यह किया और फिर अगला निशाना बनाया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति ने किसी महिला का उत्पीड़न किया है तो उस शख्स को ‘गोली मार दी जानी’ चाहिए।
"Women take 2-4 lakh, target men": BJP lawmaker's #MeToo shocker https://t.co/o4NJu4TDETpic.twitter.com/t67EL8jBk0
— NDTV (@ndtv) October 9, 2018
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘‘मी टू’ कैम्पेन जरूरी है लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है ? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जांच कैसे हो सकेगी?’’
ब्लैकमेल करने के लिये किया जा रहा है इस्तेमाल
भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकसान होगा, यह सोचने वाली बात है। यह गलत प्रथा की शुरुआत है।’’ उत्तर पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से लोकसभा सदस्य ने कहा कि ‘मी टू’ अभियान का इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिये किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कैसे संभव है कि कोई लिव-इन रिलेशन में रहने वाली लड़की अपने पार्टनर पर कभी भी रेप का आरोप लगाकर उस पर मुकदमा दर्ज करा दे और वह व्यक्ति जेल चला जाए। इस तरह की घटना आए दिन किसी न किसी के साथ हो रही है। क्या यह ब्लैकमेलिंग के लिये नहीं इस्तेमाल हो रहा?’’।
यह अभियान तब शुरू हुआ जब अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने आरोप लगाया कि अभिनेता नाना पाटेकर ने 2008 में एक फिल्म के सेट पर उनका यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद से कई महिलाओं ने सार्वजनिक रूप से अपने उत्पीड़न के अनुभवों को साझा किया।
इन लोगों पर लग चुका है #MeToo का आरोप
बता दें कि अमेरिका से शुरू हुआ #MeToo मूवमेंट करीब दो साल बाद भारत में दोबारा शुरू हो चुका है। भारत में इसे शुरू करने का श्रेय अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को दिया जा रहा है। तनुश्री दत्ता ने अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगा कर मधुमक्खी के छत्ते में पत्थर मार दिया। उसके बाद क्वीन फिल्म के निर्देशक विकास बहल, एआईबी के कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती, लेखक चेतन भगत, टीवी चैनल आज तक के निदेशक सुप्रियो प्रसाद, टाइम्स ऑफ इंडिया के कार्यकारी संपादक गौतम अधिकार, हिंदुस्तान टाइम्स के पत्रकार प्रशांत झा इत्यादि पर #MeToo के तहत आरोप लगे हैं।
तनुश्री ने नाना पाटेकर पर ये लगाया था आरोप
एक टीवी साक्षात्कार में तनुश्री ने दावा किया था कि 10 साल पहले ‘हॉर्न ओके प्लीज’ के सेट पर नाना पाटेकर ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। पूर्व मिस इंडिया - यूनिवर्स ने यह भी आरोप लगाया कि फिल्म के निर्माताओं ने पाटेकर का मौन समर्थन किया था। उन्होंने कहा, फिल्म इंडस्ट्री के ज्यादातर बड़े एक्टर और फिल्ममेकर ऐसे ही है लेकिन उनके खिलाफ कोई बोलने की हिम्मत नहीं करता क्योंकि लोग मौका गंवाना नहीं चाहते हैं। अभिनेत्री ने बताया कि मेरे साथ जो घटना हुई उसके बाद नाना पाटेकर ने राजनीतिक पार्टी को बुलाया और सेट पर तोड़फोड़ करवाया। उसके बाद प्रोड्यूसर ने उस घटना की पब्लिसिटी के लिए मीडिया को बुलाया।
वीडियो में 2008 में तनुश्री पर किया गया था अटैक