कोरोना वायरस दुनियाभर के देशों पर लगातार बुरा असर डाल रहा है। मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ कई देशों की अर्थव्यवस्था की भी कमर टूट रही है। पूरे देश में 800 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। अभी देश में 748 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा मरने वालों की संख्या 19 पहुंच गई है। देश में कोरोना वायरस के 67 मरीज ऐसे हैं, जो ठीक हो चुके हैं।
वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सिर्फ एक बचाव है सोशल डिस्टेंसिंग, जो कि कुछ लोग ठीक से फॉलो नहीं कर रहे हैं। ऐसे में असम के मुख्यमंत्री ने अपने लोगों को उनके पास जाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा मेघालय में शिलांग की सड़कों पर दिखे। उन्होंने लाइन में लगे लोगों से दूरी बनाकर खड़े रहने को कहा। उन्होंने इशारा कर कहा कि दूर हो जाइये।
असम ने भीड़ होने पर बाजारों को किया बंद
असम के मंत्री हिमंत विश्व सरमा ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते एक दूसरे से दूर रहने की सलाह के बावजूद जरूरी सामानों की खरीददारी के लिए बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के बाद सरकार अब भीड़भाड़ रोकने के लिए शहर में बाजारों को बंद करेगी। पूर्वोत्तर का मुख्य वाणिज्यिक केंद्र फैंसी बाजार खचाखच भरा था और लोग खाद्यान्न, सब्जियां, मांस एवं मछली खरीदने के लिए एक दूसरे से होड़ में लगे थे। बाजार के समीप की सड़कें टेंपो, ट्रक, निजी वाहन, रिक्शा एवं ठेलों से जाम हो गयी थीं और अन्य दिनों से ज्यादा भीड़ हो गई थी।
शहर और जिलों के अन्य बाजारों में भी यही नजारा था क्योंकि उससे पहले एक सरकारी निर्देश आया था कि लोगों को सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक जरूरी चीजें खरीदने की अनुमति होगी। जब पीटीआई भाषा ने इस संबंध में संपर्क किया तो प्रभावशाली वित्त मंत्री सरमा ने एक मेसैज में कहा, ‘‘ हमें तत्काल (इन बाजारों को) बंद करने की जरूरत है। मुख्य सचिव को पहले ही आदेश दे दिया गया है।’’ शीघ्र ही पुलिस को यह घोषणा करते हुए देखा गया कि बाजार बंद कर लिये जाएं तथा लोग अपने घरों में लौट जाएं। बाद में मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ सभी से अनुरोध है: कृपया अपने घरों से बाहर नहीं जाए। हम बहुत ही नाजुक स्थिति में हैं। नरेंद्र मोदी के हर शब्द का अक्षरश: पालन करने की जरूरत है।’’