मक्का मस्जिद केस: जावेद अख्तर ने NIA पर कसा तंज तो भड़की बीजेपी ने ऐसे दिया जवाब
By पल्लवी कुमारी | Published: April 18, 2018 04:55 PM2018-04-18T16:55:25+5:302018-04-18T16:55:25+5:30
जावेद अख्तर ने एनआईए कोर्ट पर तंज कसते हुए कहा है कि अब उसके पास अंतरधार्मिक शादियों की जांच करने का पूरा समय होगा।
मुंबई, 18 अप्रैल: 2007 के हैदराबाद की मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में एनआईए की विशेष अदालत ने स्वामी असीमानंद समेत सभी आरोपियों को 16 अप्रैल को बरी कर दिया था। इस मामले पर फिल्म गीतकार जावेद अख्तर ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को तंज भरी बधाई दी है।
जावेद अख्तर ने एनआईए कोर्ट पर तंज कसते हुए कहा है कि अब उसके पास अंतरधार्मिक शादियों की जांच करने का पूरा समय होगा। जावेद अख्तर ने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, 'मिशन पूरा हुआ! मक्का मस्जिद केस में भव्य सफलता के लिए एनआईए को मेरी बधाई। अब उनके पास अंतरधार्मिक शादियों की जांच करने का समय होगा।'
Mission accomplished !! . My congratulations to NIA for their grand success in Mecca Masjid case. Now they have all the time in the world to investigate inter community marriages !!!
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) April 18, 2018
जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर बीजेपी ने भी उनपर पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा, शायद आपके अंदर कांग्रेस के 'हिंदू आतंकवाद' की भी आलोचना करने की ईमानदारी होती।
Javed Ji, Wish you had the honesty to condemn @INCIndia for "Hindu Terror" formulation. Seems you are in awe of @RahulGandhi for writing a fictional script like you have done so well in films. OR, is "Hindu Terror" also your brainwave as your reported idea of "Maut Ka Saudagar?" https://t.co/35MTCJJal5
— GVL Narasimha Rao (@GVLNRAO) April 18, 2018
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने ट्वीट कर कहा, ऐसा लगता है कि फिल्मों में आपने जैसी फिक्शनल स्क्रिप्ट लिखी उसी से राहुल गांधी प्रेरणा ले रहे हैं। जावेद अख्तर काश ऐसी ही ईमानदारी कांग्रेस के 'हिंदू टेरर' की आलोचना में दिखाते।
गौरतलब है कि हैदराबाद की मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में फैसला सुनाने के कुछ ही घंटों बाद स्पेशल एनआईए कोर्ट के जज रविंदर रेड्डी ने इस्तीफा दे दिया था। जज रविंदर रेड्डी ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण बताया था।
क्या है मक्का मस्जिद विस्फोट मामला?
18 मई 2007 को हैदराबाद की मक्का मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान विस्फोट हुआ। इस धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई थी और 58 लोग घायल हुए थे। इस घटना को लेकर खूब हंगामा हुआ। लोग सड़कों पर निकल आए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़पें हुई। इसमें पांच और लोग मारे गए। इस मामले की 11 महीने तक जांच चली जिसमें 160 चश्मीदीद गवाहों के बयान दर्ज किए गए। एनआईए कोर्ट ने 16 अप्रैल 2018 को फैसला सुनाया जिसमें सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया।