अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारत युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है. इस मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, हमने काबुल या दुशांबे से 6 अलग-अलग उड़ानों में 550 से अधिक लोगों को निकाला है. इनमें से 260 से अधिक भारतीय नागरिक थे.
अरिंदम बागची ने कहा कि, भारत सरकार ने अन्य एजेंसियों के माध्यम से भी भारतीय नागरिकों को निकालने में मदद मिली है. बागची ने कहा कि, हम अमेरिका, ताजिकिस्तान जैसे विभिन्न देशों के संपर्क में थे और नागरिकों को सकुशल रेस्क्यू किया गया.
इसके अलावा बागची ने यहा भी बताया कि, हमारा आकलन यह है कि अफगानिस्तान से लौटने की इच्छा रखने वाले अधिकांश भारतीयों को निकाल लिया गया है. लेकिन अब भी कई अन्य भारतीयों के अफगानिस्तान में होने की संभावना है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, फिलहाल इस संबंध में अभी हमारे पास ऐसा कोई सटीक डेटा नहीं है जो बता सके कि अब भी कितने भारतीय अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं और वे भारत लौटना चाहते हैं, लेकिन वतन वापसी की इच्छा रखने वाले अधिकतर भारतीय को हम सकुशल ले आए हैं.
बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए भारत बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है. इससे पहले गुरूवार को भारतीय वायुसेना का विमान काबुल से 24 भारतीयों और 11 नेपाली नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंचा था.
काबुल से सकुशल लौटने पर इन लोगों ने राहत की सांस ली. भारतीय वायुसेना के विमान से काबुल से दिल्ली लौटे शिव नाम के नेपाली नागरिक भारत का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि भारतीय दूतावास और भारत सरकार ने हमें सकुशल बचाकर दिल्ली लाया है. हम उनके बहुत आभारी हैं.
अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारत ने ऑपरेशन ‘देवी शक्ति’ शुरू किया है और वहां फंसे नागरिकों को रेस्क्यू किया जा रहा है. भारत इस मिशन के तहत अब तक 800 से अधिक लोगों अफगानिस्तान से सकुशल रेस्क्यू कर चुका है.