मायावती ने नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की, बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कही ये बात
By अनिल शर्मा | Published: June 13, 2022 09:39 AM2022-06-13T09:39:21+5:302022-06-13T09:44:46+5:30
बसपा प्रमुख ने कहा, समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों?
लखनऊः यूपी की पूर्व सीएम व बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार हुई हिंसा में शामिल आरोपियों के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। साथ ही पैगंबर पर विवादित टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग की। सोमवार को नाराजगी जाहिर करते हुए मायावती ने अपने ट्विटर हैंडल से कई ट्वीट किए। उन्होंने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निर्दोषों पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा का समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार कानून के राज का उपहास कर रही है।
मायावती ने सोमवार ट्वीट किया- यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है यह अनुचित व अन्यायपूर्ण। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले।
मायावती ने हिंसा की मूल जड़ नूपुर शर्मा को बताते हुए उनको गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की। बसपा प्रमुख ने कहा, समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण। तत्काल गिरफ्तारी जरूरी।
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने सरकार द्वारा बुलडोजर कार्रवाई को ज्यादती बताया। कहा, सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों? गौरतलब है कि रविवार प्रयागराज में शुक्रवार हुई हिंसा के मास्टर माइंड जावेद अहमद के घर पर बुलडोजर चलाए गए।
जावेद अहमद के घर पर चले बुलडोजर के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका
शहर के अटाला और करेली में शुक्रवार को हुए पथराव के बाद इस घटना के कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद के करेली स्थित मकान के ध्वस्तीकरण के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) और जिला प्रशासन ने रविवार को जावेद उर्फ पंप के दो मंजिला मकान को ध्वस्त कर दिया था । जिला अधिवक्ता मंच के पांच अधिवक्ताओं की ओर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भेजी गई पत्र याचिका में दावा किया गया है कि पीडीए ने जिस मकान को ध्वस्त किया है, वास्तव में उस मकान का स्वामी जावेद नहीं है, बल्कि उसकी पत्नी परवीन फातिमा है। याचिका में बताया गया है कि उक्त मकान को परवीन फातिमा की शादी से पूर्व उनके माता पिता ने उन्हें उपहार में दिया था। चूंकि जावेद का उस मकान और जमीन पर कोई स्वामित्व नहीं है, इसलिए उस मकान का ध्वस्तीकरण कानून के मूल सिद्धांत के खिलाफ है।