UP के मदरसों में दाखिले के लिए अधिकतम उम्र तय नहीं होगी, बोले BJP नेता दानिश आजाद अंसारी- गठित समिति के रिपोर्ट पर होगा फैसला

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 17, 2022 01:05 PM2022-07-17T13:05:50+5:302022-07-17T13:17:03+5:30

राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने मंत्री धर्मपाल सिंह के बयान पर बोलते हुए कहा है कि उनके द्वारा हाल ही में दिए गए बयान को गलत तरीके से न लिया जाए। इस पर अंसारी ने बताया कि सिंह का कहने का मतलब सिर्फ इतना था कि मदरसों में पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा सही समय पर शुरू हो और सही वक्त पर ही मुकम्मल हो जाए।

Maximum age will not be fixed admission up madrasas said BJP leader Danish Azad Ansari decision taken committee constituted report | UP के मदरसों में दाखिले के लिए अधिकतम उम्र तय नहीं होगी, बोले BJP नेता दानिश आजाद अंसारी- गठित समिति के रिपोर्ट पर होगा फैसला

UP के मदरसों में दाखिले के लिए अधिकतम उम्र तय नहीं होगी, बोले BJP नेता दानिश आजाद अंसारी- गठित समिति के रिपोर्ट पर होगा फैसला

Highlightsयूपी के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने मदरसों के दाखिले पर बोला है। उन्होंने कहा है कि योगी सरकार मदरसा शिक्षा के लिए अधिकतम उम्र तय नहीं करने वाली है। अंसारी ने मंत्री धर्मपाल सिंह के बयान पर भी सफाई दी है।

लखनऊ:उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने मदरसों में दाखिले के लिए विद्यार्थी की अधिकतम आयु सीमा तय करने पर विचार किए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा है कि सरकार मदरसों में दाखिले की उम्र तय करने के सिलसिले में एक समिति का गठन करेगी। 

मदरसों में दाखिले के लिए अधिकतम उम्र तय करने का कोई विचार नहीं- अंसारी

राज्य मंत्री दानिश अंसारी ने शनिवार को कहा कि मदरसों की विभिन्न कक्षाओं में दाखिले के लिए विद्यार्थी की आयु निर्धारित करने को लेकर एक समिति बनाई जाएगी जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आयु निर्धारण संबंधी निर्णय लिया जाएगा और मदरसों में दाखिले के लिए अधिकतम उम्र तय करने का कोई विचार नहीं है। 

सरकार CBSE और ICSE के तरज पर करेगी न्यूनतम आयु सीमा तय

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सीबीएसई और आईसीएसई समेत विभिन्न शिक्षा परिषदों की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के मदरसों में भी दाखिले के लिए न्यूनतम आयु सीमा तय करेगी। 

अंसारी ने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि बच्चों के माता—पिता या अभिभावक लापरवाही के चलते बच्चे का दाखिला देर से कराते हैं और सरकार की कोशिश होगी कि यह प्रथा रोकी जाए। 

इससे पहले मुद्दे पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने क्या कहा था

दरअसल, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने पिछले रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि हाल ही में मदरसों के हाईस्कूल के मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और टेबलेट वितरण के दौरान कई बड़ी उम्र के पुरुष भी पुरस्कार लेने पहुंचे थे जो सही नहीं है। 

उन्होंने कहा था कि सरकार बेसिक शिक्षा की तर्ज पर अब मदरसों में भी प्रवेश के लिए आयु सीमा निर्धारित करेगी। उनके इस बयान के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या सरकार मदरसों में दाखिले के लिए अधिकतम आयु सीमा तय करेगी। 

मंत्री धर्मपाल सिंह के बयान पर क्या बोले राज्य मंत्री दानिश अंसारी 

मंत्री धर्मपाल सिंह की चिंता के मद्देनजर यह सवाल पूछे जाने पर कि मदरसों में ज्यादा उम्र के विद्यार्थियों के दाखिले पर रोक लगाने के लिए सरकार को प्रवेश के लिए अधिकतम आयु सीमा निर्धारित करनी होगी, अंसारी ने कहा, "सरकार का ऐसा कोई भी विचार नहीं है।" 

राज्य मंत्री अंसारी ने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह के हाल के बयान को गलत तरीके से न लिया जाए। सिंह का कहने का मतलब सिर्फ इतना था कि मदरसों में पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा सही समय पर शुरू हो और सही वक्त पर ही मुकम्मल हो। 

मदरसों में दाखिले के लिए पहले से है न्यूनतम आयु निर्धारित 

इस बीच, प्रदेश के मदरसा शिक्षकों के संगठन 'टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया उत्तर प्रदेश' के महासचिव दीवान साहब जमां खां ने बताया कि राज्य में मदरसों में पहली कक्षा और दसवीं कक्षा में दाखिले के लिए न्यूनतम आयु पहले से ही निर्धारित है। 

उन्होंने कहा कि पहली कक्षा में प्रवेश के लिए विद्यार्थी की न्यूनतम आयु पांच साल और दसवीं कक्षा में दाखिले के लिए न्यूनतम 14 साल पहले से ही तय है। उन्होंने कहा कि अधिकतम आयु तय करने का प्रावधान मदरसा शिक्षा बोर्ड के साथ-साथ किसी भी शिक्षा परिषद में नहीं है। 

प्रदेश में कुल 16461 मदरसे है जिन में 560 को सरकारी अनुदान प्राप्त है

गौरतलब है कि प्रदेश में 16461 मदरसे हैं जिनमें से 560 को सरकारी अनुदान प्राप्त होता है। राज्य सरकार मदरसों में दीनी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा पर भी खासा जोर दे रही है। 

इसके लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु छह वर्ष निर्धारित है। दसवीं कक्षा में दाखिले के लिए न्यूनतम आयु 14 वर्ष निर्धारित है। 

Web Title: Maximum age will not be fixed admission up madrasas said BJP leader Danish Azad Ansari decision taken committee constituted report

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे