चीनी नागरिकों को मथुरा-वृन्दावन में नहीं मिलेंगे होटलों में कमरे, चाइनीज फूड भी हुआ बैन
By भाषा | Published: June 26, 2020 02:14 PM2020-06-26T14:14:02+5:302020-06-26T14:14:02+5:30
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून को भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में हमारे 20 जवान शहीद हो गए हैं। तब से देश के कई हिस्सों में चीन के सामान को बॉयकॉट करने की मांग की जा रही है।
मथुरा:चीन की कायराना हरकत के बाद देशभर में उबाल है औेर लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर विरोध जता रहे हैं। इस बीच तीर्थनगरी मथुरा-वृंदावन के होटल संचालकों ने बड़ा फैसला लिया है जिसके मुताबिक अब वे चीनी नागरिकों को अपने होटलों में नहीं ठहराएंगे और न ही किसी ग्राहक को चाइनीज फूड परोसेंगे। होटल मालिक संघ ने अखिल भारतीय व्यापारी संघ (सीएआईटी) के अभियान का समर्थन करते हुए चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया है। साथ ही होटलों में चीनी नागरिकों को नहीं ठहराने और मेन्यू कार्ड से चाइनीज फूड हटाने का फैसला लिया है।
गुरुवार (25 जून) को होटल मालिक संघ की बैठक में वर्तमान परिस्थिति पर चर्चा हुई। संगठन के महामंत्री अमित जैन ने बताया कि मथुरा-वृन्दावन होटल ओनर्स एसोसिएशन सीएआईटी के उस अभियान के साथ है, जिसमें चीनी वस्तुओं के बहिष्कार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान ‘आत्मनिर्भर भारत’ व ‘लोकल से वोकल’ और कैट के ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ को पूरे ब्रज क्षेत्र में जनमानस तक लेकर जाएंगे। इसी के तहत मथुरा-वृन्दावन के होटल संचालकों ने चीनी नागरिकों को अपने यहां कमरा न देने और चाइनीज फूड पर प्रतिबंध लगाने के लिए मेन्यू कार्ड से ही ‘चाइनीज फूड’ आयटम को हटाने का फैसला लिया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णदयाल अग्रवाल ने कहा, ‘‘चीनी सैनिकों ने कायरों के समान धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला किया है। यह हमारा, हमारी सेना का और हमारे सैनिकों का अपमान है। इसलिए मथुरा-वृन्दावन के होटल व्यवसायियों ने यह फैसला किया है कि अब चीनी नागरिकों को होटलों के कमरे उपलब्ध नहीं कराएंगे और न ही चाइनीज फूड बनाए जाएंगे।’’