दिल्ली में आम आदमी पार्टी की प्रचंड बहुमत और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की करारी हार के बाद खबरें थी कि मनोज तिवारी अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है। वहीं, इस्तीफे पर बढ़ती अटलकों पर मनोत तिवारी ने विराम लगा दिया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान तिवारी ने बताया कि अभी उन्होंने इस्तीफा देने का कोई फैसला किया है। न्यूज वेबसाइट एनडीटीवी के मुताबिक उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि न तो मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और न ही मैंने अपना इस्तीफा दिया है।बता दें कि दिल्ली चुनाव के नतीजे से पहले दिल्ली भाजपा अध्यक्ष तिवारी ने दावा किया था कि उनकी पार्टी दिल्ली में 45 से अधिक सीटें जीत कर सरकार बनाएगी। समाचार लिखे जाने तक कम से कम 15 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज कराई थी।
इससे पहले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली जीत पर अरविंद केजरीवाल को बधाई दी और दिल्ली के मतदाताओं को धन्यवाद दिया था। तिवारी ने ट्विटर पर हिंदी में लिखा, “दिल्ली के सभी मतदाताओं का धन्यवाद। सभी कार्यकर्ताओं को उनके कठिन परिश्रम के लिए साधुवाद,… दिल्ली की जनता का जनादेश सिर माथे पे.. अरविंद केजरीवाल जी को बहुत बहुत बधाई...।” दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 और बीजेपी को 8 सीटें हासिल हुई हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान आठ फरवरी को हुआ था।
मालूम हो कि पिछले साल लोकसभा चुनाव और 2017 के निकाय चुनाव में दिल्ली भाजपा का नेतृत्व कर जीत दिलाने वाले तिवारी अग्निपरीक्षा में सफल नहीं हो पाए और उनकी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
नतीजों की घोषणा के बाद यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा को मिली हार के बाद इस्तीफा देंगे, तिवारी ने कहा, “यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। अगर ऐसा कुछ होता है तो मैं आपको इसकी सूचना दूंगा।” विधानसभा चुनाव में जिन आठ सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है उनमें से तीन तिवारी की लोकसभा सीट उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत आती हैं।
भाजपा ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली चार विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली एक विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है। पूर्वी दिल्ली सीट से गौतम गंभीर सांसद हैं और दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी लोकसभा सदस्य हैं।
(समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा से इनपुट)