Manohar Joshi Passes Away: पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और दिग्गज शिवसेना नेता मनोहर जोशी का 86 साल की उम्र में हुआ निधन
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 23, 2024 07:18 AM2024-02-23T07:18:53+5:302024-02-23T11:03:40+5:30
Manohar Joshi Dies: लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी का शुक्रवार सुबह करीब 3 बजे निधन हो गया।
मुंबई: लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी (Manohar Joshi) का शुक्रवार की सुबह में करीब 3 बजे निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। दिग्गज शिवसेना नेता के निधन की पुष्टि हिंदुजा अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी जॉय चक्रवर्ती ने स्वयं की है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार दिवंगत मनोहर जोशी के बेटे उन्मेश ने इस दुखद समाचार के संबंध में कहा, "बीते बुधवार को उन्हें हृदय संबंधी परेशानी हुई। तबियत खराब होने के बाद उन्हें फौरन हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां वो लगातार डॉक्टरों की निगरानी में थे। उन्हें लंबे समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याएं थीं। हम शिवाजी पार्क श्मशान में अंतिम संस्कार करेंगे लेकिन उससे पहले उनके पार्थिव शरीर को माटुंगा स्थित हमारे घर लाया जाएगा।"
बताया जा रहा है कि मनोहर जोशी का स्वास्थ्य मई 2023 से ही नाजुक चल रहा था, जब उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था। इसके बाद उन्हें हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया था, जहां वह कुछ दिनों तक अर्ध-चेतन अवस्था में रहे। चूंकि डॉक्टरों को ठीक होने की बहुत कम उम्मीद दिखी, इसलिए डॉक्टरों ने उन्हें शिवाजी पार्क स्थित उनके घर वापस जाने के लिए कहा था, जहां उनकी देखभाल की जा रही थी।
बीते साल 2 दिसंबर को मनोहर जोशी जब 86 वर्ष के हुए थे तो उन्हें दादर स्थित शिवसेना के कार्यालय लाया गया था, जहां उनके समर्थकों ने उनका जन्मदिन मनाया। 2 दिसंबर, 1937 को महाराष्ट्र के महाड में जन्मे मनोहर जोशी ने मुंबई के प्रतिष्ठित वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (वीजेटीआई) से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
मनोहर जोशी का राजनीतिक करियर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल होने से शुरू हुआ और बाद में वह शिवसेना के सदस्य बन गये। 80 के दशक में मनोहर जोशी शिवसेना में एक प्रमुख नेता के रूप में उभरे, वो पार्टी में अपने संगठनात्मक कौशल और कार्यकर्ताओंम के साथ जमीनी स्तर से जुड़ाव के लिए जाने जाते थे।
मनोहर जोशी का सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक मील का पत्थर 1995 में आया. जब उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के शरद पवार की जगह ली, जिससे पहली बार राज्य में शिवसेना ने सत्ता संभाली। वह संसद सदस्य के रूप में भी चुने गए और 2002 से 2004 तक लोकसभा अध्यक्ष रहे जब वाजपेयी सरकार सत्ता में थी।