Manmohan Singh Funeral: पूर्व पीएम की अंतिम यात्रा शुरू, साथ-साथ चल रहा लोगों का हुजूम
By अंजली चौहान | Updated: December 28, 2024 10:38 IST2024-12-28T10:36:15+5:302024-12-28T10:38:40+5:30
Manmohan Singh Funeral Live: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए तैयार है, जिनका गुरुवार रात नई दिल्ली में निधन हो गया

Manmohan Singh Funeral: पूर्व पीएम की अंतिम यात्रा शुरू, साथ-साथ चल रहा लोगों का हुजूम
Manmohan Singh Funeral Live: पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह अपने अंतिम सफर की ओर बढ़ चले हैं। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट ले जाया जा रहा है। जहां वह पंचतत्व में विलीन होने वाले हैं। इस दौरान सड़कों पर उनकी अंतिम यात्रा में लाखों की भीड़ शामिल हुई है। चारों तरफ लोगों का हुजूम नजर आ रहा है।
इससे पहले कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शनिवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी। पूर्व प्रधानमंत्री का पार्थिव शरीर उनके आवास से सुबह करीब नौ बजे कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन के लिए पहले से ही इंतजार कर रहे थे।
कांग्रेस मुख्यालय ‘24 अकबर रोड’ में सिंह का पार्थिव शरीर रखे जाने के बाद सोनिया गांधी, खरगे, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा तथा पार्टी के कई अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद थे। पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहले से ही कतारबद्ध थे और उन्होंने भारतीय राजनीति के इस सौम्य नेता को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
#WATCH | Delhi | Mortal remains of former Prime Minister #DrManmohanSingh being taken to Nigam Bodh Ghat for his last rites.
— ANI (@ANI) December 28, 2024
Former PM Dr Manmohan Singh died on 26th December at AIIMS Delhi. pic.twitter.com/eySZA0A5PX
कांग्रेस ने निगमबोध पर अंत्येष्टि के सरकार के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए शुक्रवार को कहा था कि सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर होना चाहिए जहां उनका स्मारक भी बन सके।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है।
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात कहा था कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी।
#WATCH | Delhi | Mortal remains of former Prime Minister #DrManmohanSingh being taken to Nigam Bodh Ghat for his last rites.
— ANI (@ANI) December 28, 2024
Former PM Dr Manmohan Singh died on 26th December at AIIMS Delhi.
(Source: Congress) pic.twitter.com/TXvK7UWFrh
भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया था। वह 92 साल के थे। सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके आवास ‘3 मोतीलाल नेहरू मार्ग’ पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां दलगत भावना से ऊपर उठकर नेताओं ने दिवंगत नेता को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कई प्रमुख नेताओं तथा अन्य हस्तियों ने मनमोहन सिंह को उनके आवास पर शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी थी।
#WATCH | Delhi | Mortal remains of former Prime Minister #DrManmohanSingh being taken to Nigam Bodh Ghat for his last rites
— ANI (@ANI) December 28, 2024
Former PM Dr Manmohan Singh died on 26th December at AIIMS Delhi
(Source: Congress) pic.twitter.com/o9KK97TyrM
कांग्रेस नेता सिंह 2004 से 2014 तक 10 वर्ष देश के प्रधानमंत्री रहे और उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की। वह वित्तीय और आर्थिक क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर एक प्रसिद्ध नाम थे। उनके नेतृत्व वाली सरकार ने सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी युग परिवर्तनकारी योजनाओं की शुरूआत की।
हमेशा नीली पगड़ी पहनने वाले सिंह को 1991 में नरसिम्हा राव सरकार में भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था। आर्थिक सुधारों की एक व्यापक नीति शुरू करने में उनकी भूमिका को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।