कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव पर बोले मनीष तिवारी- आम सहमति से लिया जाना चाहिए फैसला
By मनाली रस्तोगी | Published: September 30, 2022 12:25 PM2022-09-30T12:25:32+5:302022-09-30T12:27:05+5:30
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर आम सहमति बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हालिया घटनाक्रमों को देखते हुए कांग्रेस को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शब्दों पर चलते हुए आम सहमति बनाने व प्रभावी नेतृत्व के लिए काम करना चाहिए।
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अक्टूबर के महीने में चुनाव होने हैं, जिसके लिए उम्मीदवारों को शुक्रवार यानी 30 सितंबर तक अपना नामांकन दाखिल करना है। कांग्रेस में बदलाव की बात करने वाले नेताओं के समूह 'जी23' के सदस्य मनीष तिवारी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर आम सहमति बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि हालिया घटनाक्रमों को देखते हुए कांग्रेस को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शब्दों पर चलते हुए आम सहमति बनाने व प्रभावी नेतृत्व के लिए काम करना चाहिए। तिवारी ने मुखर्जी के शब्दों को दोहराते हुए कहा कि कुछ पदों के लिए चुनाव नहीं होना चाहिए, उन पर आम सहमति से फैसला किया जाना चाहिए और कांग्रेस का अध्यक्ष पद भी उन्हीं में से एक हैं।
उन्होंने कहा कि नेतृत्व, वैचारिक स्पष्टता, वर्णनात्मक और संसाधनों तक पारदर्शी पहुंच 'एक' राजनीतिक दल के स्तंभ हैं। मनीष तिवारी ने ट्वीट कर एक तस्वीर साझा की, जिसमें प्रणब मुखर्जी द्वारा कहे शब्द लिखे हैं।
Leadership,Ideological clarity,narrative & transparent access to resources are pillars of ‘A’ political party
— Manish Tewari (@ManishTewari) September 30, 2022
Given recent unfortunate events it’s time to close ranks & strengthen @INCIndia recalling wise words of @CitiznMukherjee 👇🏾& work for a Consensus & effective Presidency pic.twitter.com/t2pJbolDpV
मुखर्जी की बातों को साझा करते हुए तिवारी ने ट्वीट किया, "कुछ कार्यालयों की मांग नहीं की जानी चाहिए। उन्हें पेश किया जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष पद ऐसा ही एक कार्यालय होगा। कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन की अध्यक्षता करने के लिए किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को आमंत्रित करने और अगले वार्षिक सत्र तक पद धारण करने वाले व्यक्ति को आमंत्रित करने की पुरानी प्रथा वास्तव में उल्लेखनीय थी। मेरे प्रयास हमेशा कांग्रेस अध्यक्ष के पद के लिए सर्वसम्मति से चुने गए या सर्वसम्मति से उम्मीदवार होने पर केंद्रित थे।"