दूसरी बार आज त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बनेंगे माणिक साहा, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी होंगे शामिल
By भाषा | Published: March 8, 2023 10:51 AM2023-03-08T10:51:51+5:302023-03-08T12:25:07+5:30
त्रिपुरा में फिर से भाजपा की सरकार बनने पर बोलते हुए भाजपा की त्रिपुरा इकाई के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा है कि ‘‘बीते तीन दशकों में यह पहली बार है कि त्रिपुरा में किसी गैर वाम सरकार ने सत्ता में वापसी की है। हमें उम्मीद है कि दूसरी बार सत्ता में आई भाजपा सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।’’
अगरतला: त्रिपुरा में माणिक साहा की अगुवाई वाली मंत्रिपरिषद यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में बुधवार को पद और गोपनीयता की शपथ लेगी। आपको बता दें कि त्रिपुरा में चुनाव बाद हुई हिंसा के विरोध में विपक्षी वामदल और कांग्रेस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि साहा के नेतृत्व वाली मंत्रिपरिषद दिन में पद और गोपनीयता की शपथ लेगी।
शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी समेत अमित शाह और जेपी नड्डा भी होंगे शामिल
गौरतलब है कि साहा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ लेंगे। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहले ही त्रिपुरा पहुंच चुके हैं। भाजपा की त्रिपुरा इकाई के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘माणिक साहा विवेकानंद मैदान में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।’’
बीते तीन दशकों में पहली बार त्रिपुरा में किसी गैर वाम सरकार की सत्ता में हुई है वापसी- चक्रवर्ती
ऐसे में पीएम मोदी के गुवाहाटी से यहां बुधवार को पूर्वाह्न 10 बजकर 35 मिनट पर पहुंचने का कार्यक्रम है। चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘बीते तीन दशकों में यह पहली बार है कि त्रिपुरा में किसी गैर वाम सरकार ने सत्ता में वापसी की है। हमें उम्मीद है कि दूसरी बार सत्ता में आई भाजपा सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।’’
आपको बता दें कि वर्ष 1988 में कांग्रेस-टीयूजेएस ने वाम दल को परास्त करके त्रिपुरा में सरकार बनाई थी, लेकिन यह गठबंधन वर्ष 1993 में वाम दल से हार गया। साठ सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में भाजपा ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी इंडिजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को एक सीट मिली है।