कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर 2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नीच बताने वाले बयान को लेकर एक बार फिर से चर्चा में हैं। मंगलवार ( 14 मई) को मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर अपनी 'नीच' संबंधी टिप्पणी को सही बताया है। इसी दौरान एक मीडिया के सवाल के जवाब में मणिशंकर अय्यर ने कहा, 'मैं उल्लू हूं लेकिन इतना बड़ा उल्लू नहीं हूं।'
न्यूज एजेंसी एएनआई को मणिशंकर अय्यर ने कहा, ''मैं 6 साल का था जब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने और 23 साल का था जब उनका निधन हो गया। मैंने उस युग में पॉलिटिकल डिस्कोर्स सीखा, जवाहरलाल नेहरू के समय और वर्तमान सरकार द्वारा बनाए गए परिवेश के बीच कोई तुलना नहीं है।''
मणिशंकर अय्यर ने यह भी कहा, 'पीएम मोदी को नीच बताने का बयान पूरा एक ऑर्टिकल था। लेकिन मीडिया ने उसमें से सिर्फ एक लाइन को पकड़कर उसको वायरल करवाया। फिर भी आप मेरे से उसी बारे में पूछ रहे हैं मैं आपके गेम में नहीं फंसने वाला हूं।' मणिशंकर अय्यर ने कहा, मुझे मीडिया ने अपना शिकार बनाया है और मेरी छवि को काफी नुकसान भी पहुंचाया है।
अय्यर ने शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, मुझे इस मामले पर कोई सफाई देने की जरूरत नहीं है। मुझे पता है कि इस बारे में कांग्रेस की तरफ से बयान जारी किया गया है। उसे दिखा दीजिए।' अय्यर ने कहा, उनके सच बोलने के कारण उनसे लोग नफरत करते हैं।
मणिशंकर अय्यर ने साल 2017 में पीएम मोदी को 'नीच किस्म का आदमी' कहा था। तब इस बयान को लेकर काफी हंगामा हुआ था। जिसके बाद मणिशंकर अय्यर ने माफी मांगी थी। लेकिन अब एक ब्लॉग लिखकर उन्होंने अपने इस बयान को सही बताया है। उन्होंने लिखा 'क्या उस वक्त जो भविष्यवाणी मैंने की थी, वो गलत थी? इसके साथ ही उन्होंने लिखा देश की जनता 23 मई को मोदी सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी।
मणिशंकर अय्यर ने जब पीएम मोदी को नीच बताया था तो उस वक्त गुजरात में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। कांग्रेस ने अय्यर के लेख को निजी बताते हुए उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया था।