ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम पर बंगाल में सियासत तेज, शाह के रोड शो के बाद अब ममता का विरोध प्रदर्शन
By आदित्य द्विवेदी | Published: May 15, 2019 10:50 AM2019-05-15T10:50:59+5:302019-05-15T10:50:59+5:30
बंगाल के पुनर्जागरण के स्तंभों में से एक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ी गई है। टीएमसी ने अमित शाह के रोड शो के दौरान बीजेपी पर मूर्ति तोड़ने का आरोप लगाया है। इस मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है।
लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण से पहले बंगाल में बवाल मचा हुआ है। शाह के रोड शो के बाद ममता बनर्जी आज विरोध प्रदर्शन करेंगी। विद्यासागर की प्रतिमा गिराने के मुद्दे पर टीएमसी ने चुनाव आयोग से मुलाकात का समय मांगा है। साथ ही साथ ममता बनर्जी ने अपने ट्विटर की डीपी बदलकर ईश्वर चंद्र विद्यासगर लगा ली। इसके बाद टीएमसी के कई अन्य बड़े नेताओं ने भी अपनी डीपी बदल ली। इस मुद्दे पर टीएमसी के विरोध प्रदर्शन की योजना है। बता दें कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर को बंगाल के पुनर्जागरण के स्तम्भों में से एक माना जाता है। उन्होंने स्त्रियों की शिक्षा और विधवा विवाह की दिशा में बड़ा योगदान दिया है।
क्या है पूरा मामला
विद्यासागर कॉलेज के प्रधानाचार्य गौतम कुंडु ने बताया कि बीजेपी समर्थक पार्टी का झंडा लिए दफ्तर में घुस आए। उन्होंने स्टाफ के साथ बदसलूकी की और विद्यासागर की बड़ी प्रतिमा तोड़ दी। उन्होंने कॉलेज में तोड़-फोड़ और आगजनी की।”
ममता बनर्जी ने कहा ‘बीजेपी के लोग इतने असभ्य हैं कि उन्होंने विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी। वे सभी बाहरी लोग हैं. बीजेपी मतदान वाले दिन के लिए उन्हें लाई है।’ दूसरी तरफ भाजपा ने भी भाजपा ने निर्वाचन आयोग से कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में संवैधानिक मशीनरी ध्वस्त हो गयी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रचार करने से रोका जाए।’’
शाह को कराना चाहिए उट्ठक-बैठक
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि ‘कंगाल बांग्ला’ वाली टिप्पणी करने को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को कान पकड़ कर उट्ठक-बैठक लगवाना चाहिए। ममता ने सवाल किया कि भाजपा अध्यक्ष को पता भी है कि ‘कंगाल’ का मतलब क्या होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने बंगाल को कंगाल कहने की हिमाकत कैसे की? यह कहने पर उनसे कान पकड़ कर उट्ठक-बैठक कराना चाहिए।’’ शाह ने सोमवार को एक रैली में दावा किया था कि तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में ‘सोनार बांग्ला’ अब ‘कंगाल बांग्ला’ बन गया है और भाजपा ही राज्य के खोए हुए वैभव को लौटा सकती है।