ममता अपने चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की पाबंदी के विरोध में कोलकाता में धरने पर बैठीं
By भाषा | Published: April 13, 2021 06:18 PM2021-04-13T18:18:23+5:302021-04-13T18:18:23+5:30
कोलकाता, 13 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने उनके चुनाव प्रचार करने पर 24 घंटे की पाबंदी के निर्वाचन आयोग के ‘‘अंसवैधानिक’’ फैसले के विरोध में मंगलवार को शहर के मध्य में करीब साढ़े तीन घंटे तक धरना दिया।
ममता पिछले महीने चोटिल होने के कारण आज व्हीलचेयर पर बैठकर पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 40 मिनट पर यहां मायो सड़क पहुंचीं और उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट बैठकर धरना शुरू किया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने उस क्षेत्र को घेर रखा था।
धरना के समय तृणमूल के किसी नेता या समर्थक को उनके पास नहीं देखा गया।
इस संबंध में सवाल किए जाने पर तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘प्रदर्शन स्थल के निकट किसी पार्टी नेता को जाने की अनुमति नहीं थी। वह वहां अकेली धरना पर बैठीं।’’
ममता ने विरोधस्वरूप अपने गले में एक काला स्कार्फ लपेट रखा था। धरना के दौरान उन्होंने पेंटिंग की। पेंटिंग करना उनके पसंदीदा शौक में से एक है।
निर्चाचन आयोग ने ममता बनर्जी के केंद्रीय बलों के खिलाफ बयानों और कथित धार्मिक प्रवृत्ति वाले एक बयान के कारण 24 घंटे तक उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है।
इस फैसले की निंदा करते हुए ममता ने ट्वीट किया था, ‘‘निर्वाचन आयोग के अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक फैसले के विरोध में मैं कल (मंगलवार) दिन में 12 बजे से कोलकाता में गांधी मूर्ति के पास धरने पर बैठूंगी।’’
तृणमूल प्रमुख मंगलवार को रात आठ बजे के बाद बारासात और बिधाननगर में दो रैलियों को संबोधित करेंगी।
शहर में धरना देने को लेकर ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए, प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल नेता के मन में चुनाव निकाय के लिए कोई सम्मान नहीं है।
उन्होंने कहा, "ऐसे उदाहरण हैं जब निर्वाचन आयोग ने हमारे नेताओं के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया। हमने हमेशा निर्वाचन आयोग के फैसले का सम्मान किया है। उन्होंने (ममता बनर्जी ने) जो किया, वह अस्वीकार्य है।
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