कौन हैं मल्लिकार्जुन प्रसन्ना?, राष्ट्रीय जांच एजेंसी में बने इंस्पेक्टर जनरल
By फहीम ख़ान | Updated: June 28, 2025 21:08 IST2025-06-28T21:07:59+5:302025-06-28T21:08:48+5:30
मुंबई क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी, सिंधुदुर्ग के पुलिस अधीक्षक, और राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं.

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नागपुरः केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के. एम. मल्लिकार्जुन प्रसन्ना को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) में इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) पद पर प्रतिनियुक्ति दी है. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र भेजकर प्रसन्ना को तत्काल कार्यमुक्त करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वे केंद्र में अपनी नई जिम्मेदारी तत्काल संभाल सकें. प्रसन्ना ने नागपुर रेंज के आईजी के रूप में भी काम किया हैं, और इससे पहले वे मुंबई क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी, सिंधुदुर्ग के पुलिस अधीक्षक, और राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं.
नागपुर रेंज में रहते हुए उन्होंने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस कार्यों को नई दिशा दी थी. कर्नाटक के चिकमंगलूर में जन्मे प्रसन्ना ने यूपीएससी परीक्षा 1999 में उत्तीर्ण की थी. एनआईए जैसे महत्वपूर्ण सुरक्षा संगठन में उनकी नियुक्ति से आतंरिक सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूती आने की उम्मीद है.
एसआईटी प्रमुख भी रहे
प्रसन्ना को 2008 में लखन भैया फर्जी एनकाउंटर की जांच के लिए बंबई हाईकोर्ट द्वारा गठित एसआईटी का प्रमुख बनाया गया था. उन्होंने बिना किसी दबाव के निष्पक्ष जांच कर 13 पुलिसकर्मियों को सजा दिलाई थी. इस पर उनका कहना है कि यह उनके लिए एक धर्मसंकट जैसा था, क्योंकि इनमें से कई पुलिसकर्मी और अधिकारी कई मामलों में उनके साथ काम कर चुके थे.
अमेरिकी स्नाइपर्स को नीचे उतारा
उनकी नेतृत्व क्षमता का एक और उदाहरण वर्ष 2010 में देखने को मिला, जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मुंबई यात्रा के दौरान उन्होंने सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाली अमेरिकी स्नाइपर्स की टीमों को नीचे उतारा. अमेरिकी स्नाइपर्स ने प्रसन्ना पर अपने हथियार तान दिए.
इसके बाद प्रसन्ना ने क्यूआरटी के सशस्त्र कर्मियों की एक टीम ली और सेंट जेवियर्स के सभी टावरों से अमेरिकी स्नाइपर्स को हटा दिया. उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस को छतों सहित क्षेत्र की सुरक्षा का काम सौंपा गया था और अमेरिकन सुरक्षा एजेंटों को ओबामा के करीब रहकर सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था.
इसीलिए प्रसन्ना ने उस समय अमेरिकी स्नाईपर्स की हरकत पर आपत्ती जताई थी. मुंबई क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी के पद पर रहते हुए प्रसन्ना ने गैंगस्टर और आतंकवादियों के खिलाफ कई ऑपरेशन किए थे. उनके कार्यकाल के दौरान अंडरवर्ल्ड के 25 से ज्यादा मॉड्यूल्स को गिरफ्तार किया गया था.

